रैण्डम एक्सेस मैमोरी ( Random Access Memory - RAM ) क्या है ?

Ashok Nayak
0

रैण्डम एक्सेस मैमोरी ( Random Access Memory - RAM ) इसे संक्षेप में रैम ( RAM ) कहा जाता है । यह मैमोरी एक चिप पर होती है , जो मैटल - ऑक्साइड सेमीकण्डक्टर ( MOS ) से बनी होती है । हम इस मैमोरी के किसी भी लोकेशन को चुनकर उसका उपयोग सीधे ही किसी डेटा को स्टोर करने या उसमें से डेटा पढ़ने के लिए कर सकते हैं । 

रैण्डम एक्सेस मैमोरी ( Random Access Memory - RAM ) क्या है ?

यह मैमोरी ऐसे रजिस्टरों और उनसे जुड़े हुए परिपथों ( Circuits ) से बनी होती है , जिनसे डेटा को वहाँ तक और वहाँ से स्थानान्तरित करना सम्भव हो । ऐसे प्रत्येक लोकेशन का एक निश्चत पता ( Address ) होता है । जिसकी सहायता से हम उस लोकेशन तक पहुँच सकते हैं । 

इस मैमोरी के रजिस्टरों या लोकेशनों को हम आवश्यकता होने पर कभी भी उपयोग में ला सकते हैं । इसलिए इसका नाम रैण्डम एक्सेस मैमोरी रखा गया है । रैम में भरी जाने वाली सूचनाएँ अस्थाई होती हैं और जैसे ही कम्प्यूटर की बिजली बन्द कर दी जाती है वैसे ही वे समस्त सूचनाएँ नष्ट हो जाती हैं । 

रैम में वे प्रोग्राम और डेटा रखे जाते हैं , जिनको सीपीयू खोज सके और वहाँ से प्राप्त कर सकें । इस मैमोरी को भी कई सेक्शनों में बाँटा जाता है , ताकि उसमें रखी गई सूचनाओं को व्यवस्थित किया जा सके और उन्हें पाया जा सके । ऐसे प्रत्येक सेक्शन का एक निश्चित पता होता हैं । किसी डेटा बस की सहायता से हम रैम से किसी सूचना को निकाल सकते हैं या उसमें कोी सूचना स्टोर कर सकते हैं । 


इन्स्ट्रक्शन फॉर्मेट ( Instruction Format ) 

कम्प्यूटर द्वारा निर्देशों को केवल 0 व 1 के रूपों में समझा जाता है जिसे मशीनी भाषा कहते हैं । एक कम्प्यूटर प्रोग्राम निर्देशों का एक समूह है , जोकि किसी टास्क ( कार्य ) को पूरा करने के लिए आवश्यक स्टेप्स को विस्तारपूर्वक बताता ( करता ) है । किसी भी प्रोसेसर को कार्य करने के लिए दो प्रकार के इनपुट की आवश्यकता होती है । 

डेटा ( Data ) तथा निर्देश ( Instruction ) 

निर्देश कम्प्यूटर को बताते हैं कि किसी विशेष कार्य को करने के लिए कौन - सी क्रिया की जानी चाहिए । किसी भी निर्देश को दो भागों में बाँटा जा सकता है।

ऑपरेशन ( Operation or Op - code ) तथा ऑपरेण्ड ( Operand ) 

ऑपरेशन वे क्रिया होती हैं , जिन्हें परफॉर्म किया जाता है तथा ऑपरेण्ड वे होते है जिन पर ऑपरेशन किया जाता है । उदाहरण के लिए , + , यहाँ A तथा B ऑपरेण्ड हैं तथा ' + ' ऑपरेशन हैं ।

इन्स्ट्रक्शन साइकिल (Instruction cycle)

कण्ट्रोल यूनिट को कम्प्यूटर का नाड़ी तन्त्र भी कहते हैं । सारे आदेश कण्ट्रोल यूनिट से गुजरते हैं । यहाँ पर जो प्रोसेसिंग होती हैं , उसे इन्स्ट्रक्शन साइकिल कहते हैं । पूरी इन्स्ट्रक्शन साइकिल में निम्न चार चरण होते हैं । 

इन्स्ट्रक्शन साइकिल (Instruction cycle)

1 . फैचिंग ( Fetching ) इस चरण में मैमोरी से निर्देश को फँच ( Fetch करके निर्देश रजिस्टर ( Introduction Register ) ( एक परिपथ जो एक निर्देश को रखने में सक्षम होता है ) में लाता है , ताकि वह निर्देश डीकोड तथा क्रियान्वित किया जा सके । 

2 . डीकोडिंग ( Decoding ) दिए गए निर्देश को डिकोड करना अर्थात् दिए गए निर्देश की व्याख्या करना ।

3 . प्रभावी पते को पढ़ना ( Read the Effective Address ) यदि निर्देश के पास अप्रत्यक्ष पता ( Indirect Address ) है तो उस पते को मैमोरी पढ़ना । 

4. निष्पादन ( Execution ) निर्देश का निष्पादन करना । दिए गऐ चरणों में से , चरण 1 और 2 सभी निर्देशों के लिए एक समान होते हैं तथा फँच चक्र कहलाते हैं और चरण 3 व 4 सभी निर्देशों के लिए अलग - अलग होते हैं तथा निष्पादन चक्र ( Execute Cycle ) कहलाते हैं ।


तो दोस्तों, कैसी लगी आपको हमारी यह पोस्ट ! इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें, Sharing Button पोस्ट के निचे है। इसके अलावे अगर बिच में कोई समस्या आती है तो Comment Box में पूछने में जरा सा भी संकोच न करें। अगर आप चाहें तो अपना सवाल हमारे ईमेल Personal Contact Form को भर पर भी भेज सकते हैं। हमें आपकी सहायता करके ख़ुशी होगी । इससे सम्बंधित और ढेर सारे पोस्ट हम आगे लिखते रहेगें । इसलिए हमारे ब्लॉग “Computer Variousinfo” को अपने मोबाइल या कंप्यूटर में Bookmark (Ctrl + D) करना न भूलें तथा सभी पोस्ट अपने Email में पाने के लिए हमें अभी Subscribe करें। अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें। आप इसे whatsapp , Facebook या Twitter जैसे सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुचाने में हमारी मदद करें। धन्यवाद !





Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

If you liked the information of this article, then please share your experience by commenting. This is very helpful for us and other readers. Thank you

If you liked the information of this article, then please share your experience by commenting. This is very helpful for us and other readers. Thank you

Post a Comment (0)
!
Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !

Adblocker detected! Please consider reading this notice.

We've detected that you are using AdBlock Plus or some other adblocking software which is preventing the page from fully loading.

We don't have any banner, Flash, animation, obnoxious sound, or popup ad. We do not implement these annoying types of ads!

We need money to operate the site, and almost all of it comes from our online advertising.

×