पूरा हल प्रस्तुत किया है। इस पोस्ट का उद्देश्य केवल विद्यार्थियों में डिजिटल लर्निंग की रुचि बढ़ाना है। हम नकल या चोरी के सख्त खिलाफ है।
प्रश्न .1 नि . लि . प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए ।
( 1 ) डचों द्वारा भारत में बनाई गई प्रमुख फैक्ट्री कहाँ थी ।
( अ ) गोवा ( द ) दीव
( ब ) दमन ( स ) पुलीकट
उत्तर: ( स ) पुलीकट
( 2 ) ब्रिटिश संसद ने रेग्यूरेटिंग एक्ट कब पारित किया था ।
( अ ) 1750 ई . ( ब ) 1773 ई .
( स ) 1857 ई . ( द ) 1940 ई ।
उत्तर: ( ब ) 1773 ई .
( 3 ) अंग्रेजों की किस नीति के कारण भीलों ने विद्रोह किया था ।
( अ ) उद्योग नीति ( ब ) कृषि नीति
( स ) धार्मिक नीति ( द ) राज्य में हस्तक्षेप
उत्तर: ( ब ) कृषि नीति
( 4 ) संविधान में कितनी भाषाओं को अधिसूचित किया गया है ।
( अ ) 14 ( ब ) 18
( स ) 22 ( द ) 26
उत्तर: ( स ) 22
( 5 ) हमारा राष्ट्रीय लक्ष्य है -
( अ ) लोकतन्त्र ( ब ) राजतन्त्र
( स ) साम्राज्यवादी ( द ) तानाशाहा
उत्तर: ( अ ) लोकतन्त्र
प्रश्न .2 रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -
( 1 ) भारत में सर्वप्रथम ....... यूरोपीय जाति का आगमन हुआ ।
उत्तर: पुर्तगाली
( 2 ) भारत में सिविल सर्विस की स्थापना ....ने की थी ।
उत्तर: लार्ड कार्नवालिस
( 3 ) भारतीय संविधान में..... मौलिक अधिकारों का प्रावधान है ।
उत्तर: 6
( 4 ) अशोक चिन्ह हमारा ...... प्रतीक चिन्ह है ।
उत्तर: राष्ट्रीय
( 5 ) लोकतन्त्र ..... का शासन होता है ।
उत्तर: लोगों
प्रश्न .3 नि . लि . अति लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
( 1 ) भारत में यूरोपीय व्यापारिक कम्पनियों का आगमन क्यों हुआ ।
उत्तर: यूरोपियों का भारत में आने का मुख्य मकसद व्यापार करना था । वास्को - डि - गामा ने ' केप ऑफ गुड़ होप ' के रास्ते भारत तक के समुद्री मार्ग की खोज की थी ।
( 2 ) भारत में डचों ने किस नाम की स्वर्ण मुद्रा चलाई थी ।
उत्तर: भारत में डचों ने 'पगोडा' नाम की स्वर्ण मुद्रा चलाई थी।
( 3 ) भूमिकर वसूल करने के लिए कम्पनी द्वारा किसे नियुक्त किया गया था ।
उत्तर: भूमिकर वसूल करने के लिए कम्पनी द्वारा जमींदारों को नियुक्त किया गया था।
( 4 ) संथाल विद्रोह का नतृत्व किसने किया था ।
उत्तर: जावरा पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी , भाइयों ने नेतृत्व किया था शाम टुडू (परगना) के मार्गदर्शन में किया था यह आंदोलन।
( 5 ) पंथ निरपेक्षता से क्या आशय है ।
उत्तर: 'पंथ निरपेक्षता' ही राज्य का धर्म है। इसका अभिप्राय है कि भारत में कोई राजकीय चर्च या शाही मस्जिद या राजकीय मंदिर नही होगा। भारत का सर्वोच्च राजकीय मंदिर संसद होगी और उस संसद में विधि के समक्ष समानता के आदर्श के दृष्टिïगत सर्वमंगल कामना (सबके लिए समान विधि का निर्माण) किया जाएगा।
प्रश्न .4 नि . लि . लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।
( 1 ) रेग्यूलेटिंग एक्ट के प्रमुख उद्देश्य क्या थे ।
उत्तर: 1773 के विनियमन अधिनियम के उद्देश्य
1773 के रेगुलेटिंग एक्ट के मुख्य उद्देश्य भारत में कंपनी के प्रबंधन की समस्या को संबोधित करना और साथ ही लॉर्ड क्लाइव द्वारा स्थापित शासन की दोहरी प्रणाली भी थी। 1773 के रेग्युलेटिंग एक्ट के दूसरे उद्देश्य में उस कंपनी का नियंत्रण शामिल था, जो एक व्यावसायिक इकाई से अर्ध-संप्रभु राजनीतिक इकाई में रूपांतरित हो गई थी।
( 2 ) हमारे राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह कौन - कौन हैं ।
उत्तर:
- राष्ट्रीय ध्वज : तिरंगा
- राष्ट्रीय पक्षी : मोर
- राष्ट्रीय पुष्प : कमल
- राष्ट्रीय पेड़ : बरगद
- राष्ट्र–गान : गन गण मन
- राष्ट्रीय नदी : गंगा
- राष्ट्रीय चिन्ह : अशोक स्तंभ
- राष्ट्रीय पशु : बाघ
- राष्ट्रीय गीत : वंदे मातरम
- राष्ट्रीय खेल : हॉकी
( 3 ) वयस्क मताधिकार का अर्थ लिखिए ।
उत्तर: वयस्क मताधिकार का अभिप्राय (अर्थ)- जब राज्य के समस्त वयस्क नागरिकों को जाति, धर्म सम्प्रदाय, वर्ग, वंश, शिक्षा संपत्ति या लिंग आदि के भेदभाव के बिना उनकी वयस्कता के आधार पर मताधिकार प्राप्त हो तो उसे ‘वयस्क मताधिकार’ कहते है। वयस्क होने का अर्थ है एक निर्धारित आयु पूरी कर लेना।
( 4 ) अवसादी शैलों का निर्माण कैसे होता है ।
उत्तर: अपक्षय एवं अपरदन के विभिन्न साधनों द्वारा मौलिक चट्टनों के विघटन, वियोजन और टूटने से परिवहन तथा किसी स्थान पर जमाव के परिणामस्वरुप उनके अवसादों से निर्मित शैल को अवसादी शैल (sedimentary rock) कहा जाता हैं।
( 5 ) दलितों के हित में ज्योतिबा फुले द्वारा किये गये किन्हीं दो कार्यों को लिखिए ।
उत्तर:
- समाज के सभी वर्गो को शिक्षा प्रदान करने के ये प्रबल समथर्क थे।
- वे भारतीय समाज में प्रचलित जाति पर आधारित विभाजन और भेदभाव के विरुद्ध थे।
प्रश्न .5 दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर लिखिए |
( 1 ) मद्यपान एवं धूम्रपान से व्यक्ति व समाज को क्या - क्या हानियाँ हैं ।
उत्तर: विभिन्न प्रकार के पान मसाले, गुटका पाउचों के रूप में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में इनका सेवन बढ़ रहा है। ऐसे पदार्थ स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालते हैं। मद्यपान एवं धूम्रपान भी एक सामाजिक बुराई है। भारत जैसे विकासशील देशों में ये आदतें परिवारों का विघटन कर रही हैं। नशे के आदी व्यक्ति घर पर बच्चों एवं महिलाओं पर अत्याचार करने लगते हैं। इससे घर एवं समाज की शान्ति भंग होती है, आर्थिक तंगी भी बढ़ती है। ऐसे परिवारों का सम्मान भी कम होता है। नशे की बुरी आदत के कारण अपराध बढ़ रहे हैं, चारित्रिक गिरावट आ रही है।
( 2 ) आर्थिक विकास में कृषि किस प्रकार सहायक है ।
उत्तर: कृषि भारत की अर्थव्यवस्था का आधार है –
तथा इसका भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 26 प्रतिशत का योगदान है। भारतीय कृषि खाद्यान्न उत्पादन के साथ-साथ उद्योगों के लिए कच्चा माल भी उपलब्ध कराती है। कृषि के अन्तर्गत खेती-बाड़ी, पशुपालन, वानिकी, मत्स्य पालन आदि भी शामिल हैं। मानसून पर कृषि की निर्भरता अभी भी बनी हुई है। प्राकृतिक विशेषताओं; जैसे-भूमि की प्रकृति, जलवायु तथा सिंचाई की सुविधाओं के कारण भारतीय किसान विभिन्न प्रकार की कृषि करते हैं।
भारत के प्रत्येक क्षेत्र में कृषि की उत्पादकता भी समान नहीं रही है। हमारे देश की बड़ी जनसंख्या कृषि कार्य करती है। इससे उन्हें रोजगार, खाद्यान्न और आय प्राप्त होती है। उद्योगों को कच्चा माल कृषि से प्राप्त होता है। फसलों में किसानों की आय बढ़ने से उनका जीवन स्तर ऊँचा होता है। खाद्यान्नों में आत्मनिर्भरता के साथ-साथ कृषि उत्पादों का निर्यात करके विदेशी मुद्रा प्राप्त करके राष्ट्रीय आय में वृद्धि की जा सकती है।
( 3 ) संथाल विद्रोह का वर्णन कीजिए।
उत्तर: संथाल विद्रोह ब्रिटिश शासन के दौरान जमींदारों और साहूकारों द्वारा किए गए अत्याचारों के खिलाफ था। यह आदिवासियों के विद्रोह के बीच संथालों का सबसे मजबूत विद्रोह था। भागलपुर से राजमहल के बीच का क्षेत्र 'दमन-ए-कोल' के नाम से जाना जाता था। यह विशेष रूप से संथाल बहुल क्षेत्र था। यहाँ के हजारों संथालों ने गैर-आदिवासियों को भगाकर और उनकी शक्ति को समाप्त करके अपनी शक्ति स्थापित करने के लिए उग्र संघर्ष किया। इस विद्रोह का नेतृत्व संथालों के नेता 'सिद्धू' और 'कान्हू' ने किया था। विद्रोह जमींदार अधिकारियों द्वारा किए गए दुराचार और जमींदारों, साहूकारों आदि द्वारा किए गए अत्याचार के खिलाफ था। संथाल विद्रोह बिहार और उड़ीसा के वीरभूम, सिंहभूम, बांकुरा, मुंगेर, हजारीबाग और भागलपुर जिलों में हुआ और आर्थिक कारणों से हुआ। ब्रिटिश सरकार एक बड़े सैन्य अभियान के बाद 1856 ई। में विद्रोह को दबाने में सफल रही। सरकार ने एक अलग संथाल परगना की मांग को स्वीकार कर लिया और क्षेत्र में शांति स्थापित की।
( 4 ) मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों पर टिप्पणी लिखिए ।
उत्तर: भारतीय संविधान का भाग तीन कुछ मौलिक अधिकारों की बात करता है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास तथा जीवन को जीने योग्य बनाने के लिए भी आवश्यक है । क्योंकि इन अधिकारों की संविधान गारंटी देता है इसलिए इन्हें मौलिक अधिकार अथवा मूल अधिकार कहा जाता है । रक्षा के लिए विशेष प्रावधान , तथा साधारण अधिकारों से श्रेष्ठतर समझे जाने वाले इन अधिकारों को न्यायालयों द्वारा लागू एंव रक्षित किया जाता भारतीय संविधान में सम्मिलित मौलिक अधिकार इस प्रकार हैं ।
( i ) समानता का अधिकार ,
( ii ) स्वतंत्रता का अधिकार ,
( iii ) शोषण का अधिकार ,
( iv ) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार ,
( v ) सांस्कृतिक एवं शैक्षिक अधिकार ,
( vi ) संवैधानिक उपचारों का अधिकार ।
मौलिक अधिकार न्याय संगत है परन्तु असीमित नहीं है । इन अधिकारों पर सुरक्षा , स्वास्थ्य और सार्वजनिक व्यवस्था के हित में कई तर्क संगत पाबन्दियां लगाई जा सकती हैं । लेकिन कभी कभी राजनीतिक कारणों से सरकार इन पाबन्दियों का दुरुपयोग करती है । ऐसे हालात में सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों को राज्य अथवा व्यक्ति द्वारा मौलिक अधिकारों के उल्लंघन को रोकने की शक्ति है । संवैधानिक उपचारों के अधिकार के अन्तर्गत न्यायालय व्यक्ति के मौलिक अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं ।
कर्त्तव्यों के बिना अधिकारों का कोई अर्थ नहीं है । इसलिए संविधान के भाग IVA में अनुच्छेद 51A के अन्तर्गत कुछ मौलिक कर्त्तव्यों को निर्धारित किया गया है । वह संख्या में ग्यारह हैं । ग्यारहवें कर्त्तव्य को बाद में 2002 में शिक्षा के अधिकार के पूरक के शामिल किया गया था । इसलिए यह माता - पिता अथवा आभिभावकों का कर्त्तव्य है वे अपने 6 से 14 साल के बच्चों के लिए शिक्षा के अवसर प्रदान करें ।
( 5 ) ज्वालामुखी के मानव जीवन पर होने वाले प्रभाव लिखिए ।
उत्तर: ज्वालामुखी से निकला गर्म लावा, जहरीली गैस, जलवाष्प, राख, चट्टान चूर्ण आदि पर्यावरण को प्रदूषित कर जीवन को दूभर बनाते हैं। इनसे निकला द्रवित लावा मानव निर्माण और कृषि भूमि को शमशान बना देता है। वाष्प बाढ़ लाती है और गैस घुटन पैदा करती है जिससे एक साथ दो दैवी आपदा धन और जन की अपार क्षति करती है। 1783 में आइसलैंड के ज्वालामुखी से 10 हज़ार व्यक्ति, 2 लाख भेड़े, 28 हज़ार घोड़े और 11 हज़ार अन्य पशु काल-कलवित हो गए थे। इसी प्रकार 1902 में पश्चिमी द्वीप समूह के माउंट पीली ज्वालामुखी से 28 हज़ार मौतें हुई। 1919 में जापान का केलतु ज्वालामुखी 5.5 हज़ार लोगों को मौत के द्वार पहुंचा दिया। 1985 में कोलंबिया का भयानक उद्गार 25 हज़ार मौतों के लिए जिम्मेदार हैं।
अध्ययनों से पता चला है कि विगत 500 वर्ष की अवधि में तीन लाख से अधिक मौतें ज्वालामुखी के कारण हुई हैं। गर्म लावा और राख लाखों हेक्टेयर भूमि को अयोग्य बना चुके हैं और विशाल पैमाने पर जीव-जंतुओं का नाश हो चुका है। कहीं-कहीं इसकी विनाश लीला पूरी परिस्थितिकी तंत्र को पंगु बना देती है। जलवायु और मौसम का बदलाव भी उद्गार का परिणाम बताया जाता है। विशाल मात्रा में निकली धूल तापमान को घटा देती है। इसी प्रकार गंधक युक्त धूल और गैस से अम्ल वर्षा की संभावना बढ़ जाती है।
ज्वालामुखी जैसे आपदा से बचने के लिए अनेक उपाय होते रहे हैं जैसे संवेदनशील क्षेत्रों से दूर मानव बसाव, ज्वालामुखी उद्गार के समय शीघ्र हटने की सुविधा, ज्वालामुखी उद्भेदन का पूर्वानुमान और ऐसी वनस्पतियों का रोपण जिनकी सहन क्षमता पर्याप्त हो। फिर भी आकस्मिक घटना के समय संभल पाना कठिन होता है। हाल के वर्ष में फिलीपाइन्स में ज्वालामुखी उद्गार भयानक प्रमाणित हुआ।
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