MP Board Class 12th English The Spectrum Solutions Chapter 1 Teach Me to Listen, Lord
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MP Board Class 12th English The Spectrum Solutions Chapter 1 Teach Me to Listen, Lord (Anonymous)
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Teach Me To Listen, Lori Exercises From The Text-Book
Word Power
निम्नलिखित शब्दों में से सही शब्द चुनकर खाली स्थान भरिए
stammered, shrieked, begged, complained, threatened, boasted, confessed, urged.
Answer:
- It was I who broke the vase,’ he confessed.
- “I was the cleverest person in the class,’ the little boy boasted.
- Look, there is a mouse over there !’ he shrieked.
- I’ll stop your pocket money if you don’t behave,’ she threatened.
- “I d-d-d-did it,’ he stammered.
- ‘Please, please, help me,’ he begged.
- “This hotel is filthy,’ she complained.
- ‘Go on, Jim try harder,’ he urged.
Comprehension
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
Teach Me To Listen Lord MP Board Class 12th Chapter 1 Question 1.
What message do those who are our nearest give us?
हमारे निकटतम रहने वाले लोग हमें क्या सन्देश देते हैं?
Answer:
Those who are our nearest always want us to listen to them. In fact, their message is ‘accept the person I am, listen to me.’ This message should reach us no matter what words we hear.
हमारे निकटतम लोग सदैव यह चाहते हैं कि हम उनकी बात को सुनें। उनका सन्देश होता है ‘हम जैसे भी हैं, स्वीकार करो और हमें सुनो।’ यह सन्देश हम तक पहुँचना चाहिए चाहे हम कुछ और कैसा भी सुनें।
Teach Me To Listen Lord Question Answer MP Board Class 12th Chapter 1 Question 2.
Who are the people far from us? [2010, 13, 15, 16, 18]
हमसे दूर लोग कौन हैं?
Answer:
Hopeless, forgotten, unhappy, and oppressed people are far from us.
निराश, उपेक्षित, दुखी और शोषित लोग हमसे दूर हैं।
Teach Me To Listen Lord Poem Questions And Answers MP Board Class 12th Chapter 1 Question 3.
Whom does the poet wish to trust? [2017]
कवि किस पर विश्वास करने के लिये कहता है?
Answer:
The poet wishes us to trust the inner voice of conscience as it always warns us against a sinful deed.
कवि हमें अन्तरात्मा की आवाज पर विश्वास करने के लिये कहता है क्योंकि यह हमें सदैव गलत कार्य से पूर्व चेतावनी देती है।
Teach Me To Listen Lord Ke Question Answer MP Board Class 12th Chapter 1 Question 4.
When does the poet wish to listen to the voice of God?
कवि ईश्वर की आवाज को कब सुनने के लिये कहता है?
Answer:
The poet wishes to listen to the voice of God in certainty, uncertainty, peace and unhappiness..
निश्चितता में, अनिश्चितता में, शान्ति में, अशान्ति में कवि ईश्वर की आवाज को सुनने के लिये कहता है।
Teach Me To Listen Lord Poem MP Board Class 12th Chapter 1 Question 5.
In what order does the poet wish to listen to the voices? Do you find any significance in that? [2011]
कवि आवाजों को किस क्रम में सुनने के लिये कहता है? क्या आप उस क्रम में कोई महत्वपूर्ण बात देखते हैं?
Answer:
First of all, the poet wishes us to listen to the voice of our nearest. Then he asks us to listen to the voice of those who are oppressed and are suffering. After that, he wishes to listen to the voice of conscience. In the end, he wishes to listen to the voice of God. There is significance in this order. While we should listen to the worldly voices, in the beginning, we should listen to our conscience and to the voice of God later on.
सर्वप्रथम कवि हमें अपने निकटतम लोगों की बात सुनने के लिये कहता है। तत्पश्चात् वह हमें शोषित व पददलित लोगों की बात सुनने के लिये कहता है। उसके बाद वह अन्तरात्मा की आवाज और अन्त में ईश्वर की आवाज सुनने के लिये कहता है। इस क्रम में महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रारम्भ में हमें भौतिक आवाजों को सुनना चाहिये और बाद में हमें अपनी अन्तरात्मा व ईश्वर की आवाज को सुनना चाहिए।
Teach Me To Listen Lord Workbook Answers MP Board Class 12th Chapter 1 Question 6.
What do you suppose the hopeless, the forgotten, the anguished want to tell us?
हमारे अनुसार निराश, उपेक्षित, शोषित लोग क्या कहना चाहते हैं?
Answer:
We suppose that the hopeless, the forgotten, the anguished want to tell us about their woes and grieves. They want to share their sorrows. They want to tell us how this world has ill-treated them.
हमारे अनुसार निराश, उपेक्षित, शोषित लोग हमसे अपना दुःख-दर्द कहना चाहते हैं। वे हमसे अपनी तकलीफ बाँटना चाहते हैं। वे हमसे यह बताना चाहते हैं कि इस दुनिया ने उनसे किस प्रकार गलत तरीके से व्यवहार किया है।
Lesson 1 Teach Me To Listen Lord MP Board Class 12th Question 7.
How could listening to one’s inner voice be helpful? [2014]
अपनी अन्तरात्मा की आवाज को सुनना किस प्रकार सहायक हो सकता है?
Answer:
Listening to one’s inner voice could be helpful as it warns us against a sinful deed. It distinguishes between what is right and what is wrong.
अन्तरात्मा की आवाज को सुनना इसलिये सहायक हो सकता है क्योंकि यह हमें गलत कार्य करने से रोकती है। यह हमें यह भी बताती है कि क्या सही है और क्या गलत है।
What is the overall mood of the poem? [2009]
कविता का मूल भाव क्या है?
Answer:
The overall mood of the poem is that we should develop the skill of listening which is acquired through dedication and practice. The poem tells us to be good listeners.
कविता का मूल भाव है कि हमें सुनने की कला का विकास करना चाहिये जो समर्पण व अभ्यास के द्वारा ही सम्भव हैं। कविता हमें अच्छा श्रोता बनने की शिक्षा प्रदान करती है।
Teach Me to Listen, Lord Summary
यह आमतौर पर स्वीकार किया जाता है कि सुनना एक कला है जिसे समर्पण और अभ्यास के माध्यम से सीखा जा सकता है। वास्तव में एक अच्छा व्यक्ति एक अच्छा श्रोता होता है। यह कविता प्रभु से प्रार्थना के रूप में है। इस प्रार्थना के माध्यम से कवि भगवान से उन्हें एक अच्छा श्रोता बनाने का अनुरोध करता है।
हमें सबसे पहले अपने सबसे करीबी लोगों की बात सुननी चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि ये लोग अपनी बात जोर से नहीं बोलते हैं। फिर भी वे सभी चाहते हैं कि हमारा ध्यान उन पर रहे। यह कविता हमें उन सभी की आवाज सुनने के लिए प्रेरित करती है जो उत्पीड़ित, दलित और अपनी पीड़ा हमें बताने में असमर्थ हैं। हमें उनके पास जाना चाहिए और उनकी पीड़ा सुननी चाहिए।
बुरे कर्म करने से पहले हमारी अंतरात्मा हमें सचेत करती है। यह विवेक हमें सही और गलत में फर्क करना सिखाता है। जब हम गलत करते हैं, तो हम अपने भीतर की आवाज को दबा देते हैं। वास्तव में, हमें इस आवाज को सुनना चाहिए और उस पर विश्वास करना चाहिए। कविता के अंत में कवि हमसे ईश्वर की वाणी सुनने की अपेक्षा करता है क्योंकि यह आवाज हमेशा हमारा मार्गदर्शन करती है।
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Final Words
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