LTE और VoLTE में क्या अंतर है – difference between LTE and VoLTE?

 

LTE और VoLTE में क्या अंतर है - difference between LTE and VoLTE?

LTE का फुल फॉर्म ‘Long Term Evolution’है. आम तौर पर LTE को 4G भी कहा जाता है. Airtel ने 2012 में भारत में पहली LTE नेटवर्क सेवा शुरू की थी. VoLTE का फुल फॉर्म ”Voice over Long Term Evolution’ है. यह 4G नेटवर्क को भी सपोर्ट करता है. VoLTE में, आप कॉल करते समय डेटा कनेक्टिविटी का भी आनंद ले सकते हैं. रिलायंस जिओ ने भारत में सबसे पहले VoLTE सेवा की शुरुआत की थी।

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What is the difference between LTE and VoLTE?

वर्तमान में पूरी दुनिया सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति के युग में जी रही है. दुनिया में कुल इंटरनेट उपयोगकर्ता 2020 तक 4.57 अरब हैं. चीन में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की सबसे बड़ी संख्या 85 करोड़ है जबकि भारत में 56 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं और इसके बाद यूएसए का नंबर आता है जहाँ पर 31 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं।
जैसा कि हम जानते हैं कि दुनिया के अधिकतर देशों में 4G की गति से इन्टरनेट उपलब्ध है जिसे उनके देश में LTE के रूप में भी जाना जाता है. लेकिन एक और शब्द है VoLTE जो कि कई लोगों को भ्रमित करता है. इसलिए इस लेख में हमने इन दो प्रमुख शब्दों के बीच के अंतरों को प्रकाशित किया है।
लेकिन LTE और VoLTE के अंतर को समझाने से पहले, हमें दोनों शब्दों के अर्थ को अलग-अलग समझने की जरूरत है।

LTE क्या है?

LTE का फुल फॉर्म ‘लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन’ है. आमतौर पर LTE को 4G भी कहा जाता है. इस सेवा के दौरान, आपके स्मार्टफोन में इंटरनेट 4 जी स्पीड पर चलता है. इस नेटवर्क में आप हाई स्पीड बैंडविड्थ के साथ इंटरनेट का आनंद ले सकते हैं।
हालाँकि, इस नेटवर्क की खामी यह है कि अगर आप इसे अपने स्मार्टफोन में इस्तेमाल कर रहे हैं और कोई आपके नंबर पर कॉल करता है, तो इंटरनेट कनेक्टिविटी बंद हो जाती है. लेकिन इस समस्या को VoLTE कनेक्टिविटी द्वारा हल किया गया है. एयरटेल ने वर्ष 2012 में भारत में पहली LTE नेटवर्क सेवा शुरू की थी।

VoLTE क्या है?

VoLTE का फुल फॉर्म है ‘वॉयस ओवर लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन’. यह 4G नेटवर्क को भी सपोर्ट करता है. LTE की तरह आप इसमें भी हाई स्पीड इंटरनेट का भी आनंद ले सकते हैं.
इस नेटवर्क ने LTE की एक समस्या को हल कर दिया है. इस नेटवर्क में आप हाई स्पीड इंटरनेट सेवा का आनंद ले सकते हैं, भले ही आपको इंटरनेट उपयोग के दौरान आपके फ़ोन पर किसी का कॉल आ जाये आपका इन्टरनेट कनेक्शन बाधित नहीं होगा. रिलायंस जिओ ने 2016 में भारत में पूर्ण रूप से VoLTE सेवा शुरू की थी.
इस प्रकार VoLTE विशेष रूप से 4G, LTE नेटवर्क पर उच्च गति की आवाज और डेटा सेवाओं के प्रबंधन और सुधार में सक्षम है.

LTE और VoLTE के बीच अंतर

LTE

VoLTE

1. इसका फुल फॉर्म ‘Long Term Evolution’ है.

1. इसका फुल फॉर्म ‘Voice over Long Term Evolution’.

2. उपयोगकर्ताओं को एलटीई नेटवर्क पर वीडियो कॉल करने के लिए एक बाहरी सॉफ्टवेयर जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर और स्काइप आदि रखने पड़ते हैं.

2.  इसके उपयोगकर्ताओं को वीडियो कॉल करने के लिए अलग से बाहरी सॉफ्टवेर इनस्टॉल करने की जरूरत नहीं है बस एक फ़ोन नंबर की जरूरत होती है.

3. यह एक साथ वॉयस कॉल और डेटा सेवाओं का सपोर्ट कर भी सकता है और नहीं भी कर सकता है.

3. यह वॉयस कॉल और डेटा सेवाओं को एक साथ सपोर्ट करता है.

4. यह केवल 4G बैंडविड्थ पर डेटा स्पीड को बढ़ाने का कार्य करता है.

4.यह एक दूसरे को प्रभावित किए बिना इंटरनेट डेटा और वॉयस कॉलिंग दोनों को एक साथ चलाने का काम करता है.

5. इसमें 3G नेटवर्क पर कॉल कनेक्ट करने में लगभग 7 सेकंड लगते हैं.

5.यह उपयोगकर्ताओं को केवल एक या दो सेकंड में जोड़ता है, यदि दोनों उपयोगकर्ता VoLTE नेटवर्क पर हैं.

6. भारत में इसे एयरटेल ने शुरू किया था.

6. इसे भारत में रिलायंस जिओ ने शुरू किया था.

7. यह 2012 में शुरू किया गया था.

7. यह 2016 में शुरू किया गया था.

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एलटीई मोबाइल प्रौद्योगिकी की अगली पीढ़ी है जो उच्च गति डेटा स्थानांतरण प्रदान करती है। 4G शब्द LTE का पर्याय है जो 100 एमबीपीएस तक की डाउनलोड स्पीड और 50 एमबीपीएस तक की अपलोड स्पीड देने में समर्थ है।
इस प्रकार उपरोक्त व्याख्या से पता चलता है कि VoLTE इंटरनेट स्पीड, कनेक्टिविटी, बैटरी लाइफ और कॉल सेट-अप आदि के मामले में LTE से काफी बेहतर है।
मुझे उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको LTE और VoLTE के बीच के अंतर को समझ गए होंगे। यूपीएससी और स्टेट पीएससी के मुख्य परीक्षा के लिए यह टॉपिक बहुत महत्वपूर्ण है।

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