Elements of Internet (इन्टरनेट के तत्व )
क्लाइंट (client)
जब कोई कंप्यूटर या कंप्यूटर उपयोगकर्ता किसी सर्वर से सूचना प्राप्त करने का अनुरोध करता है, तो उसे क्लाइंट कहा जाता है। इंटरनेट की संरचना क्लाइंट-सर्वर मॉडल पर आधारित है। सर्वर उस काम को करके क्लाइंट को जवाब देता है, जिस पर्सनल कंप्यूटर से हम इंटरनेट एक्सेस करते हैं, उसे क्लाइंट कहा जाता है।
होस्ट या सर्वर (host or server)
जो कंप्यूटर इंटरनेट से जुड़े होते हैं और विभिन्न क्लाइंट के अनुरोधों का जवाब देते हैं उन्हें होस्ट या सर्वर कहा जाता है, ये कंप्यूटर क्लाइंट कंप्यूटर की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक शक्तिशाली होते हैं और इसका प्रोसेसर भी बहुत शक्तिशाली होता है। सरल शब्दों में, नेटवर्क में वह कंप्यूटर जो उपयोगकर्ता प्रोग्राम को चलाता/संसाधित करता है, होस्ट या सर्वर कहलाता है।
राउटर ( routers)
एक नेटवर्क को दूसरे नेटवर्क से जोड़ने के लिए जिस डिवाइस का उपयोग किया जाता है उसे राउटर कहा जाता है।
नेटवर्क्स (networks)
जब एक से अधिक कंप्यूटर एक माध्यम से एक दूसरे से जुड़े होते हैं। जिसमें सूचनाओं को साझा किया जा सकता है, तो उसे नेटवर्क कहते हैं। किसी भी नेटवर्क को इंटरनेट से जोड़ा जा सकता है चाहे वह लोकल एरिया नेटवर्क हो या वर्ल्ड एरिया नेटवर्क। किसी नेटवर्क को इंटरनेट से जोड़ने के लिए राउटर डिवाइस का उपयोग किया जाता है। किसी भी नेटवर्क में एक से अधिक सर्वर कंप्यूटर या क्लाइंट हो सकते हैं।
Final Words
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