Fe(s) + CuSO4(eq) ——-> FeSO4(aq) + Cu(s)
2. निम्न में से कौन प्रबल अम्ल नहीं हैं –
3. वृक्क की छनन इकाई कहलाती है
4. हाइड्रा में प्रजनन किस विधि द्वारा होता है –
5. तारों के टिमटिमाने का कारण हैं –
1. विरंजक चूर्ण ( 1 ) CaSO4.2H20
2. प्लास्टर आफ पेरिस ( 2 ) CaSO4 1/2 H20
3. जिप्सम ( 3 ) CaOCl2
4. आक्जैलिक अम्ल ( 4 ) ( COOH )2
5. सिरका ( 5 ) CH3COOH
उत्तर:
1. विरंजक चूर्ण ( 3 ) CaOCl2
2. प्लास्टर आफ पेरिस ( 1 ) CaSO4.2H20
3. जिप्सम ( 2 ) CaSO4 1/2 H20
4. आक्जैलिक अम्ल ( 4 ) (COOH)2
5. सिरका ( 5 ) CH3COOH
1. नीबू और संतरे में उपस्थित अम्ल का नाम लिखो ।
2. शुद्ध जल में हाइड्रोजन आयनों की सान्द्रता कितनी होती हैं ।
3. लेंस की क्षमता का सूत्र लिखिए ।
4. दर्पण सूत्र लिखिए ।
5. प्लैनेरिया में प्रजनन की विधि का नाम लिखिए ।
तीव्र अभिक्रिया का एक समीकरण लिखिए ।
ये अभिक्रियाएँ अभिकारकों को मिलाने पर अत्यन्त तेजी से सम्पन्न होती है । समान्यता ऐसी अभिक्रियाएँ आयनिक अभिक्रियाएँ होती है जैसे कि प्रबल अम्ल व प्रबल क्षार के मध्य अभिक्रिया 10-10 sec में ही पूरी हो जाती है ।
NaOH + HCl → NaCl + H2O
AgNO3+HCl→ AgCl (श्वेत अवक्षेप) + HNO3
सिल्वर नाइट्रेट तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल को मिलाते ही सिल्वर क्लोराइड ( AgCl ) का श्वेत अवक्षेप आ जाता है । पौधों में प्रकाश संश्लेषण अभिक्रिया की गति भी बहुत तेज होती है ।
उदासीनीकरण अभिक्रिया का एक उदाहरण लिखिए ।
उदाहरण: HCl + NaOH → NaCl + H2O
ऑक्सीकरण अभिक्रिया का एक रासायनिक समीकरण लिखिए ।
1. किसी पदार्थ का ऑक्सीजन या अन्य ऋण विद्युती तत्व के साथ जुड़ना ऑक्सीकरण कहलाता है।
उदाहरण :
2Hg + O2 → 2HgO
Mg + Cl2 → mgCl2
2. किसी पदार्थ में से हाइड्रोजन या किसी धन विद्युती तत्व का निकलना ऑक्सीकरण कहलाता है।
उदाहरण :
CH2 + 2O2 → CO2 + 2H2O
2KI + Cl2 →
2KCl + I2
3. किसी तत्व की संयोजकता में वृद्धि होना ऑक्सीकरण कहलाता है।
उदाहरण : PCl3 + Cl2 → PCl5
द्विविस्थापन अभिक्रिया का एक समीकरण लिखिए ।
जब दो धातु के अलगल अलग साल्ट आपस में प्रतिक्रिया करते हैं और एक धातु दूसरी धातु को विस्थापित करके नये साल्ट का निर्माण करता है तो इस प्रतिक्रिया को द्वि-विस्थापन अभिक्रिया कहते हैं। यह अभिक्रिया अभिकारकों के बीच आयनों की अदला बदली के कारण होता है।
उदाहरण: जब सोडियम सल्फेट के विलयन को बेरियम क्लोराइड के विलयन के साथ मिलाया जाता है तो बेरियम सल्फेट का सफेद अवक्षेप बनता है। इस प्रतिक्रिया में सोडियम क्लोराइड जल के विलयन के रूप में बनता है।
Na2SO4 (aq) + BaCl2 (aq) ⇨ BaSO4 (s) + 2NaCl (aq)
परार्वतन के नियम लिखिए ।
पूर्ण आन्तरिक परावर्तन क्या हैं ?
प्लाज्मा क्या हैं ?
एन्जाइम क्या होते हैं ? कोई दो उदाहरण लिखिए ।
हमारे शरीर में वसा का पाचन कैसे होता हैं ? समझाइए ।
अग्नाशय का प्रमुख कार्य क्या हैं ? समझाइए ।
- अग्न्याशयी रस का निर्माण करना।
- इन्सुलिन, ग्लूकैगोन हार्मोन का स्रावण।
उष्माक्षेपी अभिक्रिया किसे कहते हैं ? उदाहरण सहित लिखिए ।
रासायनिक अभिक्रिया के रूप में व्यक्त करने पर –
अभिकारक → उत्पाद + उर्जा (उष्मा के रूप में) अर्थात इसमें ऊर्जा के रूप में उष्मा मुक्त होती है
उदाहरण के लिए, हाइड्रोजन का जलना एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
2H2 (g) + O2 (g) → 2H2O (g)
ΔH = −483.6 kJ/mol of O2
रेखीय आवर्धन से क्या आशय हैं ? स्पष्ट कीजिए ।
आवर्धन क्षमता का सूत्र
आवर्धन = प्रतिबिम्ब की लंबाई/वस्तु की लंबाई
या
m = I/O
जहां पर I प्रतिबिम्ब की लंबाई और O वस्तु की लंबाई को है
अवतल लेंस के लिए रेखीय आवर्धन यानि m का मान 1 से कम होता है तथा धनात्मक होता है और उत्तल लेंस के लिए रखीय आवर्धन का मान 1 से कम या ज्यादा या बराबर हो सकता है यदि उत्तल लेंस से बना प्रतिबिम्ब वास्तविक है तो m ऋणात्मक और आभासी प्रतिबिम्ब के लिए मान धनात्मक होता है
वस्तु के सापेक्ष बने प्रतिबिम्ब का आवर्धन धनात्मक और उलटी दिशा में बना प्रतिबिम्ब को ऋणात्मक लिखा जाता है
आवर्धन को m से ही दर्शाया जाता है चाहे वह रेखीय हो यानि लम्बाई के लिए हो या फिर मोटाई या चौड़ाई के लिए हो इसे m से ही लिखते है तभी क्षेत्रफल का आवर्धन m×m लिखेंगे
अपवर्तनांक किसे कहते हैं ? जल और क्राउन काँच का अपवर्तनांक लिखिए ।
प्रकाश संश्लेषण से आप क्या समझते है ? इसका समीकरण लिखिए ।
रासायनिक समीकरण
6 CO2 + 12 H2O + प्रकाश + क्लोरोफिल → C6H12O6 + 6 O2 + 6 H2O + क्लोरोफिल कार्बन
इस रासायनिक क्रिया में कार्बनडाइऑक्साइड के 6 अणुओं और जल के 12 अणुओं के बीच रासायनिक क्रिया होती है जिसके फलस्वरूप ग्लूकोज के एक अणु, जल के 6 अणु तथा ऑक्सीजन के 6 अणु उत्पन्न होते हैं। इस क्रिया में मुख्य उत्पाद ग्लूकोज होता है तथा ऑक्सीजन और जल उप पदार्थ के रूप में मुक्त होते हैं।
इस प्रतिक्रिया में उत्पन्न जल कोशिका द्वारा अवशोषित हो जाता है और पुनः जैव-रासायनिक प्रतिक्रियाओं में लग जाता है। मुक्त ऑक्सीजन वातावरण में चली जाती है। इस मुक्त ऑक्सीजन का स्रोत जल के अणु है कार्बनडाइऑक्साइड के अणु नहीं। अभिक्रिया में सूर्य की विकिरण ऊर्जा का रूपान्तरण रासायनिक ऊर्जा में होता है। जो ग्लूकोज के अणुओं में संचित हो जाती है। प्रकाश-संश्लेषण में पौधों द्वारा प्रति वर्ष लगभग 100 टेरावाट की सौर्य ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा के रूप में भोज्य पदार्थ के अणुओं में बाँध दिया जाता है।
इस ऊर्जा का परिमाण पूरी मानव सभ्यता के वार्षिक ऊर्जा खर्च से भी 7 गुणा अधिक है। यह ऊर्जा यहाँ स्थितिज ऊर्जा के रूप में संचित रहती है। अतः प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया को ऊर्जा बंधन की क्रिया भी कहते हैं। इस प्रकार प्रकाश-संश्लेषण करने वाले सजीव लगभग 10,00,00,00,000 टन कार्बन को प्रति वर्ष जैव-पदार्थों में बदल देते हैं,
पौधो में उत्सर्जन तंत्र अधिक विकसित नही होता क्यों ?
मनुष्य के नर जनन तंत्र में वृषण का क्या कार्य है ?
अमीबा में द्विविखण्डन का सचित्र वर्णन कीजिए ।
केन्द्रक के विभाजन के पश्चात् कोशिका कला ( Cell membrane ) अन्दर की ओर सकर , दो भागों में बँट जाती है । इस विभाजन के साथ कोशिका द्रव्य भी विभाजित हो जाता है । पैतृक अमीबा का दो सन्तति अमीबा में निर्माण होता है प्रत्येक सन्तति अमीबा स्वतंत्र होकर अपना जीवन व्यतीत करता है ।
अम्ल और क्षार में कोई चार अंतर लिखिए ।
अम्ल (Acid) | क्षार (Base) |
अम्ल जलीय विलयन में घुलने के पश्चात हाइड्रोजन आयन (H+) देते हैं | क्षार जलीय विलयन में घुलने के पश्चात हाइड्रा ऑक्साइड आयन (OH-) देते हैं |
अम्ल का PH मान 7 से कम होता हैं। | क्षार का PH मान 7 से अधिक होता हैं। |
अम्ल का स्वाद खट्टा होता है। | क्षार का स्वाद थोड़ा कसैला होता है। |
अम्ल नीले लिटमस पेपर को लाल कर देता है। | क्षार लाल लिटमस पेपर को नीला कर देता है। |
दैनिक जीवन में PH- का महत्व समझाइये ।
- हमारे शरीर में होने वाली जैव रासायनिक क्रियाओं की पीएच परास 7 से लेकर 7.8 तक ही होती है। इसमें थोड़ा भी परिवर्तन हमारे शरीर पर बहुत घातक प्रभाव डालता है।
- अम्लीय वर्षा में जल का ph मान 5.6 से कम होता है। इस जल के फल स्वरुप नदियों का PH मान भी कम हो जाता है जो कि जलीय जीवो पर हानिकारक प्रभाव डालता है।
- उपजाऊ मिट्टी का पीएच मान भी एक निश्चित परास में होता है जो न तो अधिक अम्लीय तथा न ही अधिक क्षारीय होता है।
- विभिन्न प्रकार के मसालेदार भोजन पेट की अम्लता को बढ़ाते हैं जिसकी वजह से एसिडिटी तथा गैस की समस्या होती है। इसे दूर करने के लिए क्षारीय प्रकृति वाले मिल्क ऑफ मैग्नीशिया का प्रयोग किया जाता है।
- मधुमक्खी के डंक में मेथेनॉइक अम्ल होता है जोकि अम्लीय प्रकृति का होता है और जलन उत्पन्न करता है। इसे शांत करने के लिए क्षारीय प्रकृति के बेकिंग सोडा का प्रयोग किया जाता है।
- दांत का इनामेल कैल्शियम सल्फेट का बना होता है जो कि हमारे शरीर का सबसे कठोर पदार्थ है। दांतों की सफाई नहीं करने पर बैक्टीरिया के सड़ने से अम्लों की उत्पत्ति होती है जिनसे मुंह की लार का पीएच 5.5 से कम चला जाता है और इनामेल को नुकसान पहुंचाता है।
श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते है क्यों ?
तो दोस्तों, कैसी लगी आपको हमारी यह पोस्ट ! इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें, Sharing Button पोस्ट के निचे है। इसके अलावे अगर बिच में कोई समस्या आती है तो Comment Box में पूछने में जरा सा भी संकोच न करें। अगर आप चाहें तो अपना सवाल हमारे ईमेल Personal Contact Form को भर पर भी भेज सकते हैं। हमें आपकी सहायता करके ख़ुशी होगी । इससे सम्बंधित और ढेर सारे पोस्ट हम आगे लिखते रहेगें । इसलिए हमारे ब्लॉग “Hindi Variousinfo” को अपने मोबाइल या कंप्यूटर में Bookmark (Ctrl + D) करना न भूलें तथा सभी पोस्ट अपने Email में पाने के लिए हमें अभी Subscribe करें। अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें। आप इसे whatsapp , Facebook या Twitter जैसे सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुचाने में हमारी मदद करें। धन्यवाद !