भक्तिधारा (रैदास के पद , पदावली) के पद्यांश की संदर्भ एवं प्रसंग सहित व्याख्या , अभ्यास प्रश्नोत्तर।

रैदास के पद ( रैदास ) के पद्यांश की संदर्भ एवं प्रसंग सहित व्याख्या रैदास के पद (1)  प्रभुजी तुम चंदन हम पानी , जाकी अंग – अंग बास समानी । प्रभुजी तुम घन बन हम मोरा , जैसे चितवत चंद चकोरा । प्रभुजी तुम दीपक हम बाती , जाकी …

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