रीतिकाल ( उत्तर मध्यकाल ) क्या है प्रमुख कवि और इस काल की विशेषताएं [Riti kal ke pramukh kavi aur visheshtayen]
रीति का अर्थ है प्रणाली , पद्धति , मार्ग , पंथ , शैली , लक्षण आदि । संस्कृत साहित्य में ‘रीति’ का अर्थ होता है ‘विशिष्ट पद रचना’ । सर्वप्रथम वामन ने इसे ‘काव्य की आत्मा‘ घोषित किया । यहाँ रीति को काव्य रचना की प्रणाली के रूप में ग्रहण …