डीटीपी सॉफ्टवेयर का मुख्य काम इच्छित प्रिन्टिंग के कार्य को सही तरीके से एवं तेजी से कम्प्यूटर पर सेट करना हैं। कुछ सॉफ्टवेयर एकल पेज डिजाइनिंग के लिए प्रयोग होते हैं, जैसे कोई पोस्टर की डिजाइन बनाना हैं, या लेटरपैड की डिजाइन बनाना आदि। कुछ सॉफ्टवेयर बहु पेज दस्तावेज के सेटिंग के लिए प्रयोग होते हैं, जैसे किसी किताब की सेटिंग करना आदि।डीटीपी से सम्बंधित कार्य करने के लिए कई सॉफ्टवेयर होते हैं जिनसे हम किसी भी Document, image को बहुत ही जल्दी और आसानी से तैयार कर सकते हैं जैसे –
- Adobe Pagemaker
- Adobe Photoshop
- Coral Draw
- Adobe in Design
- Adobe Frame maker
- Page Plus
कम्प्यूटर पर आधारित डेक्स टॉप पब्लिशिंग प्रणाली के निम्न लाभ हैं-
- गति (Speed) :- पुरानी पद्धति की तुलना मे इस प्रणाली में काम बहुत अधिक तेजी से किया जा सकता हैं। इसमें ना सिर्फ नये काम बना सकते हैं, अपितु पहले बनाये गये काम को भी तेजी से सुधार सकते हैं। इसमे टेक्स्ट फॉर्मेटिंग, फोटो में बदलाव करना आदि काम बहुत तेजी से किये जा सकते हैं।
- बदलाव (Changes) :- इस प्रणाली में बनाये गये डॉक्यूमेंट या फाइल में आसानी से सुधार एवं बदलाव कर सकते हैं। इसमें विभिन्न कामों को संग्रहित कर सकते हैं, जिससे उसे किसी भी समय खोल कर उसमें बदलाव कर सके इस प्रणाली में आप मूल डिजाइन को वैसे ही रखते हुए नये बदलाव भी कर सकते हैं। सभी डेक्स टॉप पब्लिकेशन पैकेज मे आपके द्वारा किये गये बदलाव स्क्रीन पर दिखते हैं। आधुनिक इंटरनेट के युग में आप दूरस्थ (remote location) कम्प्यूटर की डिजाइन में भी बदलाव कर सकते हैं।
- पेज सजावट (Page Formatting) :- डेक्स टॉप पब्लिकेशन के बहुत से सॉफ्टवेयर में विभिन्न पेज लेआउट दिये है, तथा बहुत से पेज सजावट के टूल हैं। कम्प्यूटर मे विभिन्न प्रकार के टेक्स्ट के प्रकार, जिन्हें हम font कहते हैं, उपलब्ध रहते हैं। इसमें विभिन्न प्रकार की बार्डर, क्लिप आर्ट पिक्चर, सिम्बल आदि उपलब्ध हैं, उनकी सहायता से बहूत अच्छे तरीके से पेज की फॉरमेटिंग कर सकते हैं।
- कम लागत (Low cost) :- पुराने समय में किसी किताब की कंपोजिंग करने के लिये बहुत अधिक समय लगता था, तथा उसमें बहुत से कुशल व्यक्तियों की आवश्यकता होती थी। यदि किसी काम में चित्र या पिक्चर डालना हो तब कुशल कलाकार की आवश्यकता होती थी। परन्तु आज किसी भी काम को डीटीपी पैकेज की सहायता से बड़ी किताब की भी कंपोजिंग बहुत जल्दी एवं अच्छी तरीके से की जा सकता हैं। डीटीपी पैकेज के कारण कंपोजिंग की लागत बहुत कम हो गई हैं।
- विभिन्न टूल (Various tool):- लगभग सभी डीटीपी पैकेजों में spell check, index, find and replace आदि टूल होते हैं इन टूल की सहायता से कार्य त्रुटि रहित एवं आसान हो गया हैं। यदि किसी व्यक्ति को किसी भाषा की बहुत अधिक जानकारी नही है, तब वह कंपोजिंग का कार्य कर सकता हैं। वर्तमान में कुछ सॉफ्टवेयर में अनुवाद (translation) की भी सुविधा दी गई हैं।
- फान्ट कर्निग (Font Kerning) :- अंग्रेजी भाषा में जब कोई टेक्स्ट टाइप करते हैं, तब उनके कैरेक्टर के बीच की दूरी अलग अलग रहती हैं। यह दूरी उन दो कैरेक्टर के shape पर निर्भर होती हैं। उदाहरण के लिए “TODAY” इस शब्द में “A” और “Y” के बीच अधिक दूरी हैं। इस प्रकार कैरेक्टर की दूरी अलग अलग होती हैं। फान्ट कर्निग सुविधा से हम कैरेक्टर की दूरी सेट कर सकते हैं। इससे टेक्स्ट डाटा अच्छा एवं पढ़ने में सरल हो जाता हैं।
Final Words
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