इस आर्टिकल में हम विकलांग प्रमाण पत्र कैसे बनवाए | विकलांग प्रमाण पत्र कानून | किन माध्यमों से विकलांग प्रमाण पत्र बनवाया जाता है | विकलांग प्रमाण पत्र बनवाने हेतु आवश्यक दस्तावेज तथा विकलांग प्रमाण पत्र के माध्यम से हम किस प्रकार की सुविधाएं व सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं विकलांग सर्टिफिकेट की आवश्यकता क्यों है, यह प्रमाण पत्र क्यों इतना महत्वपूर्ण होता है। क्या हम विकलांगता सर्टिफिकेट के बिना भी सरकारी योजनाओं का विकलांग जनों से संबंधित योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं अथवा नहीं | इस बात की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको देने का प्रयास करेंगे। आर्टिकल में हमने क्रमशः विकलांगता सर्टिफिकेट का परीक्षा इस हेतु आवश्यक दस्तावेज प्रमाण पत्र बनवाने का माध्यम व प्रमाण पत्र का क्या महत्व है इस विषय में चर्चा की है आशा करता हूं कि आप सभी को इस आर्टिकल के माध्यम से विकलांग सर्टिफिकेट से संबंधित जानकारी मिल जाएगी।
कोई भी अपने जीवन में विकलांग नहीं होना चाहता! कुछ बच्चे जन्म से ही विकलांग हो जाते हैं तो कुछ लोग किसी घटना के कारण विकलांग हो जाते हैं। जब विकलांग व्यक्ति के घर में उसके अलावा कोई अन्य कमाने वाला व्यक्ति न हो। यह बहुत परेशानी है! यदि इस दौरान विकलांग व्यक्ति को कुछ आर्थिक सहायता मिलती है ! जिससे वह अपना जीवन अच्छे से जी सके। इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि विकलांग प्रमाण पत्र कैसे बनवाएं (viklang praman patra kaise banwaye)
विकलांग प्रमाण पत्र क्या हैं? – Handicap certificate
विकलांगता प्रमाण पत्र उन लोगों के लिए है जो शरीर के किसी भी हिस्से में विकलांग हैं। इसकी मदद से सरकार लगातार इन लोगों को आर्थिक मदद दे रही है. विकलांग सर्टिफिकेट बिल्कुल फ्री है, सभी राज्य सरकार द्वारा बनाए जाते हैं। ताकि राज्य के विकलांग व्यक्तियों को उनकी आजीविका में आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके। विकलांगता प्रमाण पत्र यदि आपके पास है! अतः आर्थिक सहायता के साथ-साथ आरक्षण प्रदान करने की व्यवस्था की गयी है ! इन सभी योजनाओं का लाभ पाने के लिए और नौकरी में आरक्षण पाने के लिए आपके पास विकलांगता प्रमाण पत्र होना बहुत जरूरी है! विकलांगता प्रमाण पत्र एक ऐसा दस्तावेज है, जिससे कई योजनाओं का लाभ उठाया जा सकता है।
विकलांग प्रमाण पत्र कानून – disability certificate law
1995 में, भारतीय संसद ने विकलांग और विकलांग व्यक्तियों के लिए कानून (समान अवसर, अधिकारों का संरक्षण और पूर्ण भागीदारी) पारित किया। इसने कुछ अक्षमताओं को मान्यता दी और उनके लिए कुछ विशेष अधिकार निर्धारित किए। इस कानून के तहत मानसिक विकलांगता को मानसिक बीमारी के रूप में विकलांगता की श्रेणी में शामिल किया गया है। इसके तहत बने कानून और ये योजनाएं केवल उन्हीं लोगों के लिए उपलब्ध हैं। उनमें से 40% जो किसी विशेष विकलांगता से पीड़ित हैं। जिन्हें इसी आधार पर विकलांगता प्रमाण पत्र मिला है।
विकलांग प्रमाण पत्र के लाभ – Benefits of Disability Certificate
विकलांगों को सरकार द्वारा जारी विकलांग प्रमाण पत्र (विकलांगता प्रमाण पत्र कैसे बनाएं) में उन्हें लगातार सरकारी योजना का लाभ दिया जाता है। जो नीचे बताये है!
1. विकलांग बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा।
2. सरकारी नौकरियों में आरक्षण।
3. शिक्षण संस्थानों में आरक्षण।
4. भूमि आवंटन में प्राथमिकता।
5. सामाजिक सुरक्षा योजनाएं।
6. नौकरी में आरक्षण।
7. रोडवेज, बस, रेल में किराए में छूट।
8. विकलांग पेंशन
9. अन्य सरकारी योजना।
10. किसी दिए गए अधिकार से वंचित होने और उसके निवारण के लिए मुख्य निःशक्तजन आयुक्त को शिकायत करने और आवेदन करने का अधिकार।
विकलांग सर्टिफिकेट के लिए आवश्यक दस्तावेज – Documents Required for Disability Certificate
विकलांग व्यक्तियों को सरकार द्वारा जारी प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए, निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
1. पासपोर्ट साइज फोटो।
2. वोटर आईडी कार्ड या आधार कार्ड।
3. राशन कार्ड।
4. विकलांग अंग का फोटो।
5. भरा हुआ विकलांगता प्रमाणपत्र फॉर्म।
विकलांग प्रमाण पत्र कैसे बनवाएं?
यदि आप विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करना चाहते हैं। तो आपको दिए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा।
1. सबसे पहले, आपको विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए एक आवेदन पत्र की आवश्यकता होगी। आप यहां से आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं।
2. इस आवेदन पत्र का प्रिंट आउट लेने के बाद आपको सही जानकारी भरनी होगी।
3. आवेदन पत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न करने होंगे
4. इसके बाद इस फॉर्म को अपने समाज कल्याण विभाग में जाकर संबंधित अधिकारी के पास जमा करना होगा.
5. अब आपके द्वारा दिए गए फॉर्म की जांच की जाएगी और आपका मेडिकल परीक्षण किया जाएगा।
6. यदि अधिकारी के पास समय होगा तो उसी दिन चिकित्सा परीक्षण किया जायेगा अन्यथा समय बता दिया जायेगा।
यदि आपके द्वारा दिए गए सभी दस्तावेज सही पाए जाते हैं। और आपकी मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार भी आप विकलांग पाए जाते हैं। तो आपका विकलांगता प्रमाण पत्र या तो तुरंत दिया जाता है। या आपका विकलांगता प्रमाण पत्र 5 से 7 दिनों के भीतर जारी कर दिया जाता है।
यहाँ हमने एक विडियो भी दिया है ताकि आप इस प्रक्रिया को अच्छे से समझ सके|
Final Words
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