लिखावट (Hand Writing) सुधारने के उपाय क्या है ? Kaise sudhare likhawat .

Hand writing kaise sudhare

वे students जो अभी Study कर रहे है उनकी Handwriting अच्छी न होने पर उनके result पर काफी Bad effect पड़ता है |

इस Article में हम students को कुछ बहुत ही useful tips देंगे जिससे वो अपने Handwriting को और बेहतर बना सकते हैं |

Handwriting किसी भी इन्सान का पहला Impression होता है, खास तौर पर ये परेशानी school के students को होती है क्योंकि काफी अच्छी तरह से पढ़ने के बावजूद सिर्फ Handwriting के कारण मार्क्स कम आ जाते हैं | कहा जाता हैं कि आपकी Handwriting से ही पता चलता है कि आप पढ़ने में कैसे हैं पर हममे से बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपनी बेकार Handwriting से बहुत परेशान हैं | हर कोई यही चाहता है कि उसकी लिखावट सबसे सुन्दर और आकर्षित हो, आज हम आपको बताएंगे कि आप अपनी Handwriting कैसे अच्छी और सुन्दर बना सकते हैं |

 (1) सबसे पहले लिखने की आदत बनानी चाहिए: 

कंप्यूटर और एसएमएस के बढ़ते चलन के कारण हैंडराइटिंग की अहमियत कम हो गई है | आजकल के बच्चों को हाथ से लिखने की बजाय कंप्यूटर पर टाइप करना ज़्यादा आसान और मॉडर्न लगता है | यही वजह है कि हैंडराइटिंग सुधारने की तरफ़ न तो बच्चे ध्यान देते हैं और न ही टीचर्स इस दिशा में प्रयास करने की ज़हमत उठाते हैं,  जबकि वास्तविकता यह है कि भविष्य में सफल होने के लिए हैंडराइटिंग अच्छी होनी बहुत ज़रूरी है | यह सबसे ज़रूरी है, कि आप लिखने का अभ्यास शुरू करें |

 अच्छी लिखावट के लिए लेखन का अभ्यास करना ज़रूरी है, इसके लिए आप अख़बार या किसी पत्रिका में से देख कर लिखने की आदत डाले, छात्र अपने पुस्तक के पाठ्यक्रम को देख कर भी लिखने का प्रयास के सकते हैं | सबसे ज़रूरी बात जो ध्यान रखने की है वो ये है की आप लिखते समय अपनी शब्दों पे ध्यान दें और जो शब्द सुन्दर नही बन रहे है उनको ठीक तरीके से बनाने की प्रैक्टिस ज़रूर करें | आप जितना अधिक लिखेंगे उतनी ही आपकी राइटिंग में सुधर आएगा |

See also  सामान्य कानून प्रणाली क्या हैं ? सामान्य कानून का अर्थ क्या होता है? [ What is common law system ]

 (2) शब्दों और अक्षरों को सही तरीके से लिखें : 

ज्यादा से ज्यादा लिखने के साथ आप अपनी लिखावट पर भी ध्यान दें कि आपके शब्दों और अक्षरों के बिच में बराबर दुरी होनी चाहिए इससे आपका लिखा हुआ लेख बहुत साफ और सुन्दर दिखता है | साफ और सुंदर लिखी हुई कॉपी ही स्कूल के प्रिंसिपल के पास चेकिंग के लिए भेजी जाती है, तो जिसकी कॉपी अच्छी और सुंदर लिखी हुई होती है उसका प्रिंसिपल के उपर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है | जितना आप इस तरीके से लिखने की कोशिश करेंगे उतना ही आपको अपनी लिखावट में अंतर दिखाई देगा |

(3) शब्दों के आकार पर धयान दें : 

जब भी लिखें अपने शब्दों को ध्यान में रखें की आपके शब्द बहुत ज्यादा बड़े ना हो क्युकि बहुत बड़े शब्दों के कारण आपकी लिखावट ख़राब दिख सकती है और अगर आपकी लिखावट बहुत छोटी है तो पढ़ने वाले को समझने में परेशानी हो सकती है | हमेशा धयान रखें कोई शब्द छोटा हो या बड़ा सेम लाइन से बाहर न हो | हमेशा आपके शब्द सामान्य हों यानि न ज्यादा बड़े न ज्यादा छोटे जिन्हें पढ़ने में आसानी हो |

 (4) लिखावट में ज़्यादा दबाव न दें :

आप लिखना शुरू करते हैं तो एक बात का हमेशा ध्यान दें कि कभी भी ज्यादा दबाव देकर न लिखें इससे आपकी लिखावट बेकार हो सकती है | लिखते समय ये हमेशा धयान दें की पेन या पेंसिल के निब पर ज्यादा दबाव न हो, क्यूंकि दबाव बढ़ने पर लिखावट पे काफी असर पड़ता है | इसके अतिरिक्त ऐसा करने से आपकी कॉपी भी ख़राब होसकती है|

(5) लिखावट में ज़ल्दबाज़ी न करें : 

जब आप लिखावट सुधारने कि शुरुवात करें तो सबसे पहले धीरे – धीरे से लिखना शुरू करें और अपने अक्षरों को सही प्रकार से लिखने पर ध्यान दें | हमेशा तेज़ी से लिखने के वजह से लिखावट ख़राब हो जाती है तो अच्छी लिखावट के लिए जो भी आप लिख रहे हैं आराम से लिखें क्युकि जल्दबाजी के वजह से अक्षर ठीक से नही लिखे जाते जिससे लिखवात पर काफी प्रभाव पड़ता है | लिखावट ख़राब होने के साथ साथ बहुत सारी गलतियाँ भी होने की पूरी संभावना होती है | अगर एक बार सही लिखने की आदत हो जाएगी तो फिर आप तेज़ लिखने पर भी सही लिखेंगे |

See also  जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) कैसे बनाए Online और offline -Various info

 (6) लिखते समय सफाई का धयान दें : 

बिना कट-पिट किए लिखने की कोशिश करें और ओवर राइट न करें | अगर कुछ ग़लत हो गया है तो उसे स़िर्फ एक सिंगल लाइन से क्रॉस करें और नया पैराग्राफ़ शुरू करने से पहले दो उंगली का गैप छोड़ें | ऐसा करने से आपने जो भी लिखा है वो काफी अच्छे तरीके से कोई भी पढ़ कर समझ सकता है | सफाई से लिखा गया लेख हमारे मतिस्क को अच्छा लगता है जिससे आपको समझने या यद् करने में मदद मिलती है जिसके ज़रिये छात्र अच्छे मार्क्स प्राप्त कर सकते हैं |

 (7) लेखन सामग्री का भी ध्यान रखें : 

लिखने के लिए जो भी पेन या पेंसिल आप इस्तेमाल कर रहें  हो वो आपके लिए आरामदायक और सही होना चाहियें ताकि आपको लिखते समय परेशानी न हो | पारंपरिक और मशीनी पेंसिल के अलावा दुसरे किस्म के उपकरणों जैसे की बॉलपॉइंट, रोल-ओन वा फेल्ट पेन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं | जिस पेन से लिखने में आप शब्दों को सही तरीके से बना पते हों, ऐसा ही पेन ढूंढना वा इस्तेमाल करना आपकी लिखावट सुधारने के लिए बहुत उपयोगी होगा |

तो दोस्तों, कैसी लगी आपको हमारी यह पोस्ट ! इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें, Sharing Button पोस्ट के निचे है। इसके अलावे अगर बिच में कोई समस्या आती है तो Comment Box में पूछने में जरा सा भी संकोच न करें। अगर आप चाहें तो अपना सवाल हमारे ईमेल Personal Contact Form को भर पर भी भेज सकते हैं। हमें आपकी सहायता करके ख़ुशी होगी । इससे सम्बंधित और ढेर सारे पोस्ट हम आगे लिखते रहेगें । इसलिए हमारे ब्लॉग “Hindi Variousinfo” को अपने मोबाइल या कंप्यूटर में Bookmark (Ctrl + D) करना न भूलें तथा सभी पोस्ट अपने Email में पाने के लिए हमें अभी Subscribe करें। अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें। आप इसे whatsapp , Facebook या Twitter जैसे सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर शेयर करके इसे और लोगों तक पहुचाने में हमारी मदद करें। धन्यवाद !

Sharing Is Caring:

Hello friends, I am Ashok Nayak, the Author & Founder of this website blog, I have completed my post-graduation (M.sc mathematics) in 2022 from Madhya Pradesh. I enjoy learning and teaching things related to new education and technology. I request you to keep supporting us like this and we will keep providing new information for you. #We Support DIGITAL INDIA.

Leave a Comment