बारहवीं के बाद क्या हो सकते हैं शानदार करियर ?
यहाँ हम इस लेख में यूपी बोर्ड कक्षा 12 के बाद की महत्वपूर्ण परीक्षाओं के बारे में बात कर रहे है | इनमें कुछ परीक्षाएं ऐसी हैं, जिनके लिए किसी भी स्ट्रीम के विद्यार्थी योग्य हैं, जबकि कुछ के लिए किसी खास स्ट्रीम के विद्यार्थी ही आवेदन कर सकते हैं।
यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए कक्षा 12 उनके करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है | आजकल की शिक्षा व्यवस्था इतनी प्रतिस्पर्धी हो गई है कि आपको स्कूली शिक्षा के साथ-साथ अपने इच्छिक करियर की भी तैयारी करनी होती है |
लेकिन इससे ज्यादा ये चिनोतीपूर्ण होता है कि हम किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है | आजकल बड़े शहरों में तो कई कंसल्टेंसी कंपनिया शुरू हो गयी है जो आपके करियर के चुनाव करने में आपकी सहायता कर सकती है |
लेकिन छोटें गाँव और कस्बों में इस प्रकार की सहायता नही मिल पाती है | अगर आप स्वयं का मूल्याकंन करे, शिक्षकों से परामर्श करे और इन्टरनेट की सहायता ले तो आपको अपने करियर के चुनाव में कोई परेशानी नही होगी |
हम यहाँ कुछ महत्वपूर्ण परीक्षाएओं के बारे में बात कर रहे है | इनमें कुछ परीक्षाएं ऐसी हैं, जिनके लिए किसी भी स्ट्रीम के विद्यार्थी योग्य हैं, जबकि कुछ में किसी खास स्ट्रीम के विद्यार्थी ही आवेदन कर सकते हैं।
इंजीनियरिंग (आईआईटी-जईई/UPSEE):
सड़कों, इमारतों, ऑटोमोबाइल और दूरसंचार के निर्माण में इंजीनियरों की भागीदारी बहुत ही प्रसंसनीय है इसके अलावा इंजीनियरिंग का उपयोग बायोइन्फॉरमेटिक्स, बायोमेडिकलइंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी जैसी आधुनिक शाखाएँ में भी किया जा रहा है | अत: यह सांइस के विद्यार्थियों के करियर के लिए एक उत्तम विकल्प है |
हमको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) इंजीनियरिंग शिक्षा ब्रांड को भारत में ही नही बल्कि दुनिया भर में एक विशेष स्थान प्राप्त है और इसलिए प्रबंधन में प्रतिष्ठित भारतीय संस्थान (आईआईएम) की 80 फीसदी सीटों पर इंजीनियरिंग स्नातक के विद्यार्थियों का ही बोलबाला होता है ।
मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम (AIPMT/NEET):
आप कभी हॉस्पिटल गये होंगे तो आपने सफेद कोट पहेने, हाथ में स्टेथोस्कोप लेकर इलाज करने के लिए तैयार कुछ लोगों को देखा होगा | असल में ये लोग डॉक्टर और नर्स होते है |
डॉक्टर बनने के लिए केन्द्र एवं राज्य स्तर पर प्री-मेडिकल कि परीक्षाये करायी जाती है | बाहरवीं के बाद वही छात्र इस एग्जाम के योग्य होते है जिनके पास फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय होते है |
अगर किसी छात्र के पास फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और गणित भी हैं तब भी वो इस परीक्षा के योग्य है | लेकिन अगर छात्र के पास फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित विषय है और बायोलॉजी नही है तो वो इस परीक्षा के योग्य नही हैं |
लाखों छात्रों का सपना होता है डॉक्टर बनने का लेकिन प्रत्येक वर्ष सिर्फ 30122 छात्र ही कड़ी महेनत कर MBBS के लिए क्वालीफाई कर पाते है | अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), सीएमसी(CMC) और जेआईपीएमईआर(JIPMER) शीर्ष कॉलेजों में शामिल है |
होटल मैनेजमेंट (NCHMAT-JEE):
हमको याद होगा कि जब कामनवेल्थ गेम 2010 और क्रिकेट विश्व कप 2011 का आयोजन भारत में हुआ था और करोड़ों की संख्यां में विदेशी पर्यटक भारत आये थे तो उस समय होटल इंडस्ट्री में एक तरह का उफान आया था ।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 के अंत तक करीब 1000 और होटल खुलेंगे | अत: होटल मैनेजमेंट आपके लिए एक अच्छा करियर हो सकता है |
नेशनल काउंसिल ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी और इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) द्वारा ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेइइ) की परीक्षा संयुक्त रूप से आयोजित की जाती है। इसके माध्यम से 21 केंद्रीय संस्थानों, राज्य सरकारों के 14 और होटल मैनेजमेंट का कोर्स कराने वाले 15 निजी संस्थानों में प्रवेश मिलता है।
क्लैट (CLAT) – सयुंक्त विधि स्नात्तक परीक्षा:
अधिवक्ताओं का भारत में एक अतिसम्मानीय और गौरव का पद है। जैसे-जैसे अधिवक्ता का अनुभव बढ़ता है वैसे-वैसे इस पेशे में आमदनी और रुतबा भी बढ़ता जाता है । अधिवक्ता (Advocate) बनने के लिए छात्र के बाद दो विकल्प है |
पहला विकल्प यह है कि छात्र बारहवीं के बाद ही लॉ के पांच वर्षीय इंट्रीगे्रेटेड कोर्स में एडमिशन ले लें या फिर ग्रेजुएशन करने के बाद एलएलबी की पढ़ाई करें जिसकी समय-सीमा तीन वर्ष है |
कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट क्लैट(CLAT) का आयोजन देश के नेशनल लॉ स्कूल/ यूनिवर्सिटीज अपने अंडर ग्रेजुएट (एलएलबी) और पोस्ट ग्रेजुएट (एलएलएम) प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए करते हैं।
महत्वपूर्ण टिप्स:
किसी भी वस्तुनिष्ठ परीक्षा की तैयारी के लिए स्पीड और एक्यूरेसी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। आप प्रैक्टिस के साथ-साथ रीडिंग और राइटिंग स्पीड बढ़ायेंगे, तो अवश्य ही किसी भी परीक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे ।
निम्न चित्र में हमने पाच महत्वपूर्ण पॉइंट्स पर विशेष प्रकाश डाला है और हर पॉइंट का विस्तृत रूप से उल्लेख किया है |
एप्टिट्यूड के लिए कड़ा अभ्यास:
एप्टिट्यूड में सबसे पहेले प्रश्नों का अच्छे से एनालाइज करें फिर उसके बाद उसको हल करना शरू करें । उदाहरण के तौर पर लॉ की परीक्षा के सम्बन्ध में जो एप्टिट्यूड के प्रश्न आते है उनको हल करने के लिए आपको विभिन्न कमीशंस, भारतीय संविधान, न्यायिक व्यवस्था, किस मामले में कौन सी धारा लगी है आदि की जानकारी होनी चाहिये |
मैथ्स में दे स्पीड पर ध्यान :
अगर आपका मैथ्स का बेसिक्स अच्छा है, तो आपको अधिक परेशानी नहीं होगी और आप स्पीड पर ध्यान दे कर तय समयसीमा में अधिक से अधिक प्रश्नों को हल कर सकते है ।
लॉजिकल रीजनिंग से तार्किक शक्ति में करे इजाफा:
लॉजिकल रीजनिंग में आपको अपनी प्रैक्टिस पर अधिक समय देना होगा क्योंकि इससे आपके सोचने की क्षमता में इज़ाफा होगा | इसमें आपको अलग अलग प्रकार के पैटर्न पर आधारित प्रॉब्लमस को एनालिटिकल तरीके से हल करने की कोशिश करनी चाहये ।
जीके(GK) के साथ रहे रोजाना अपडेट :
रोजाना न्यूज़पेपर पढ़े और कुछ GK पर आधारित मैगज़ीन के टच में रहे जिससे GK अपडेट करने में आसानी रहेगी | कुछ वेबसाइट्स पर रोजाना लेटेस्ट GK बेस्ड प्रश्नों को अपडेट किया जाता हैं कृपया उनको रोजाना पढ़े ।
अंग्रेगी में बढ़ाएं रीडिंग और राइटिंग स्पीड:
अधिकतर यूपी बोर्ड के विद्यार्थी अंगरेजी में औसत होते है, अत: अच्छे अंक लाने के लिए आपको अंगरेजी की तैयारी पर फोकस करना होगा। संबंधित शब्दावाली पर विशेष ध्यान दें। इसके अतिरिक्त रोजाना की बातचीत में सीखे गये शब्दों का विशेष रूप से प्रयोग करे, इससे आपको अंग्रेजी बोलने में काफी मदद मिलेगी |