प्रमुख व महत्वपूर्ण मुहावरे और कहावतें (important idioms and proverbs)

प्रतियोगी परीक्षाओं में आने वाले प्रमुख व महत्वपूर्ण मुहावरे और कहावतें (important idioms and proverbs) यहाँ दी गयी हैं। जोकि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।

प्रमुख व महत्वपूर्ण मुहावरे और कहावतें (important idioms and proverbs)

मुहावरा क्या है – ऐसा वाक्यांश है शब्दों का समूह जो अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करते हैं ऐसे वाक्यांशों को व्याकरण की दृष्टि से मुहावरा कहा जाता है। मुहावरे को किसी वाक्य में प्रयोग किया जाता है यह लोकोक्ति की भाँति स्वतंत्र रूप से प्रयोग नहीं किया जा सकता है।
उदाहरण – थाली का बैंगन होना का अर्थ है– सिद्धान्तहीन व्यक्ति

लोकोक्ति क्या है – लोकोक्ति या कहावत एक स्वतंत्र वाक्य होते हैं जो अपने में ही अर्थ को छुपाये होती हैं अर्थात किसी लोकोक्ति को पढ़ कर ही लोकोक्ति का पूरा अर्थ जाहिर होता है। जबकि मुहावरे में वाक्यांश से उसका साधारण अर्थ जाहिर न होकर एक विशेष अर्थ निकल कर आता है।
उदाहरण – दाम लगाना का अर्थ है– मूल्य आँकना

कुछ प्रमुख मुहावरे और लोकोक्ति

1. कौड़ी को न पूछना का अर्थ है– निकम्मा समझना

2. अंधेर नगरी का अर्थ है– अन्याय की जगह

3. समुद्र मंथन करना का अर्थ है–  कठोर परिश्रम करना

4. ​बुरी तरह हारना का अर्थ है– मुँह की खाना

5. अगर-मगर करना का अर्थ है– बहाने बनाना

6. दिन को दिन और रात को रात न समझना का अर्थ है– कोई बड़ा काम करने समय अपने सुख आराम का कुछ भी ध्यान न रखना

7. चादर के बाहर पैर पसारना का अर्थ है– क्षमता से अधिक व्यय करना

8. अपना उल्लू सीधा करने का अर्थ है– स्वार्थ पूर्ति

9. गागर में सागर भरना का अर्थ है– थोड़े शब्दों में अधिक कहना

10. घाट-घाट का पानी पीना का अर्थ है– बहुत अनुभवी होना

11. गाल बजाना का अर्थ है– डींग हाँकना

12. ‘चिकना घड़ा होना’ का क्या तात्पर्य है– निर्लज्ज होना

13. अग्नि परीक्षा देना का अर्थ है– कठिन परिस्थिति में पड़ना

14. तेली का बैल होना का अर्थ है– बुरी तरह काम में लगे रहना

15. कान फूँकना का अर्थ है– दीक्षित करना

16. ‘डींग हाँकना’ का अर्थ है– शेखी बघारना

17. ‘थाली का बैंगन’ का अर्थ है– सिद्धान्तहीन व्यक्ति

18. लुटिया डूब जाना अर्थ है– हार जाना

19. घर में दिया जलाकर मस्जिद में जलाना का अर्थ है– दूसरे को सुधारने के पहले अपने को सुधारना

20. नक्कारखाने में तूती की आवाज का अर्थ है– सुनवाई न होना

21. लेना-देना साढ़े बाईस का अर्थ है– सिर्फ मोल-तोल करना

22. सूरत नजर आना का अर्थ है– बहुत दिनों के बाद दिखाई पड़ना

23. द्रोपदी का चीर का अर्थ है– कभी समाप्त न होना

24. अंडे का शहजादा का अर्थ है– अनुभवहीन व्यक्ति

25. पेट में दाढ़ी होना का अर्थ है– छोटी उम्र में ही बुद्धिमान होना

26. झाँसा देना का अर्थ है– धोखा देना

27. टक्कर लेना का अर्थ है– प्रतिस्पर्द्धा करना

28. रात-दिन एक करना का अर्थ है– कठोर परिश्रम करना

29. ठण्डा होना का अर्थ है– शान्त हो जाना

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30. रोड़ा अटकाना का अर्थ है– बाधा डालना

31. टाँय-टाँय फिस होना का अर्थ है– असफल हो जाना

32. डूबते को तिनके का सहारा का अर्थ है– आपातकाल की सहायता

33. ढाक के तीन पात का अर्थ है– सदा एक-सा रहना

34. मुँह में पानी आना का अर्थ है– किसी चीज को पाने के लिए लालच होना

35. लकीर का फकीर होना का अर्थ है– परम्परावादी होना

36. टेढ़ी खीर होना का अर्थ है– मुश्किल काम

37. डंक मारना का अर्थ है– कटु वचन कहना

38. तलवे चाटना का अर्थ है– खुशामद करना

39. तारे गिनना का अर्थ है– चिन्तित रहना

40. ठोकर मारना का अर्थ है– त्याग देना

41. तीन-तेरह करना का अर्थ है– बिखेर देना

42. मुँह उतरना का अर्थ है– उदास होना

43. मुँह छिपाना का अर्थ है– शर्म करना

44. दो टूक बात करना का अर्थ है– स्पष्ट कह देना

45. पानी-पानी होना का अर्थ है– शर्मिन्दा होना

46. पीठ ठोंकना का अर्थ है– शाबाशी देना

47. दुम दबाकर भागना का अर्थ है– कायरता-पूर्वक भागना

48. नाक का बाल होना का अर्थ है– बहुत ​प्रिय होना

49. नौ-दो ग्यारह होना का अर्थ है– भाग जाना

50. पौ-बारह होना का अर्थ है– लाभ ही लाभ होना

51. नाक कट जाना का अर्थ है– प्रतिष्ठा समाप्त होना

52. टाँग अड़ाना का अर्थ है– दखल देना

53. बरस पड़ना का अर्थ है– क्रोधित होना

51. नाक कट जाना का अर्थ है– प्रतिष्ठा समाप्त होना

52. टाँग अड़ाना का अर्थ है– दखल देना

53. बरस पड़ना का अर्थ है– क्रोधित होना

67. हाथ-पैर मारना का अर्थ है– कोशिश करना

68. अंतर के पट खोलना का अर्थ है– विवेक से काम लेना

69. काम काज में कोरा होना का अर्थ है– काम न जानना

70. टस से मस न होना का अर्थ है– अनुनय-विनय से न पसीजना

71. विरोध करना का अर्थ है– सिर उठाना

72. तालु में जीभ न लगना का अर्थ है– चुप न रहना

73. छाती पर मूँग दलना का अर्थ है– पास रहकर दु:ख देना

74. कच्चे घड़ें पानी भरना का अर्थ है– ठीक ढंग से काम न करना

75. रोग का घर खाँसी, झगड़े घर हाँसी का अर्थ है– अधिक मजाक बुरा

76. आगे नाथ न पीछे पगहा का अर्थ है– अपना कोई न होना, घर का अकेला होना

77. जुबान पर लगाम न होना का अर्थ है– अनावश्यक रूप से स्पष्टवादी होना

78. ‘कान काटना’ मुहावरे का अर्थ है– चतुर होना

79. अंधे की लकड़ी की अर्थ है– एकमात्र सहारा

80. टाँग अड़ाना का अर्थ है– अवरोध पैदा करना

81. ‘हाथ का मैल’ का अर्थ है– तुच्छ वस्तु

82. ‘माथा ठनकना’ का अर्थ है– शक हो जाना

83. हाथ धोना का अर्थ है– खो देना

84. ‘अँगुली पर नाचना’ का अर्थ है– किसी की इच्छानुसार चलना

85. मुँह का निवाला का अर्थ है– बहुत आसान काम

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86. गूलर का फूल होना का अर्थ है– कभी-कभी दिखाई देना

87. तीर मारना का अर्थ है– बड़ा काम करना

88. टिप्पस लगाना का अर्थ है– सिफारिश करना

89. अधजल गगरी छलकत जाय का अर्थ है– थोड़ी विद्या, धन या बल के होने पर इतराना

90. हँसुए के ब्याह में खुरपे का गीत का अर्थ है– बेमौका काम

91. जौहर खुलना का अर्थ है– भेद का पता लगना

92. अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना का अर्थ है– स्वयं को हानि पहुँचाना

93. ‘पत्थर की लकीर’ होने का अर्थ है– अमिट होना

94. आग में घी डालने का अर्थ है– उत्तेजित करना

95. आँखों का तारा होना का अर्थ है– बहुत प्रिय

96. ‘तलवार की धार पर चलना’ का अर्थ है– कठिन कार्य करना

97.‘चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना’ मुहावरे का अर्थ है– घबरा जाना

98. एक अनार सौ बीमार का अर्थ है– एक वस्तु को सभी चाहनेवाले

99. ईश्वर की माया, कहीं धूप कहीं छाया का अर्थ है– कहीं सुख, कहीं दु:ख

100. मान न मान मैं तेरा मेहमान का अर्थ है– जबरदस्ती किसी के गले पड़ना

101. ऊपर-ऊपर बाबाजी, भीतर दगाबाजी का अर्थ है– बाहर से अच्छा, भीतर से बुरा

102. आप डूबे जग डूबा का अर्थ है– जो स्वंय बुरा होता है, दूसरों को भी बुरा समझता है

103. लोहा मानना का अर्थ है– प्रभुत्व स्वीकार करना

104. नाक में दम करना का अर्थ है– परेशान करना

105. नाक रगड़ना का अर्थ है– विनती करना

106. अपनी-अपनी डफली, अपना-अपना राग का अर्थ है– परस्पर संगठन या मेल न रखना

107. सत्तर चूहे खाके बिल्ली चली हज को का अर्थ है– जन्म भर बुरा करके अन्त में धर्मात्मा बनना

108. आँख का नीर (पानी) ढल जाना का अर्थ है– निर्लज्ज हो जाना

109. चाँदी का ऐनक लगाना का अर्थ है– किसी-न-किसी प्रकार प्रतिष्ठा बनाए रखना

110. किसी का घर जले, कोई तापे का अर्थ है– दूसरे का दु:ख में देखकर अपने को सुखी मानना

111. ताड़ से गिरा तो खजूर पर अटका का अर्थ है– एक खतरे में से निकलकर दूसरे खतरे में पड़ना

112. पहले भीतर तब देवता-पितर का अर्थ है– पेट-पूजा सबसे प्रधान

113. सीधी उँगली से घी नहीं निकलता का अर्थ है– सिधाई से काम नहीं होता

114. अंधों में काना राजा का अर्थ है– अज्ञानियों में अल्पज्ञान वाले का सम्मान होना

115. मियाँ-बीवी राजी तो क्या करेगा काजी का अर्थ है– जब दो ​व्यक्ति परस्पर किसी बात पर राजी हों तो दूसरे को इसमें क्या

116. नौ नगद, न तेरह उधार का अर्थ है– अधिक उधार की अपेक्षा थोड़ा लाभ अच्छा

117. आधा तीतर आधा बटेर का अर्थ है– बेमेल तथा बेढंगा होना

118. गाँव का जोगी जोगड़ा, आन गाँव का सिद्ध का अर्थ है– बाहर के व्यक्तियों का सम्मान, पर अपने यहाँ के व्यक्तियों की कद्र नहीं

119. आग लगन्ते झोंपड़ा जो निकले सो लाभ का अर्थ है– नष्ट होती हुई वस्तुओं में से जो निकल आये वह लाभ ही है

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120. दमड़ी की बुलबुल, नौ टका दलाली का अर्थ है– काम साधारण, खर्च अधिक

121. सन्न रह जाना का अर्थ है– आश्चर्यचकित होना

122. सिर उठाना का अर्थ है– विरोध करना

123. शेखी बघारना का अर्थ है– डींग हाँकना

124. ऊँट बहे और गदहा पूछे कितना पानी का अर्थ है– जहाँ बड़ों का ठिकाना नहीं, वहाँ छोटों का क्या कहना

125. सब धान बाईस पसेरी का अर्थ है– अच्छे-बुरे सबको एक समझना

126. आये थे हरि-भजन को ओटन लगे कपास का अर्थ है– करने को तो कुछ आये और करने लगे कुछ और

127. नाश कर देना के लिए मुहावरा है– पानी फेर देना

128. दाम लगाना का अर्थ है– मूल्य आँकना

129. शैतान की आँत का अर्थ है– बहुत लंबी वस्तु

130. साँप मरे पर लाठी न टूटे का अर्थ है– अपना काम हो जाय पर कोई हानि भी न हो

131. चूहे घर में दण्ड पेलते हैं का अर्थ है– अभाव-ही-अभाव

132. पूछी न आछी, मैं दुलहिन की चाची का अर्थ है– जबरदस्ती किसी के सर पड़ना

133. माले मुफ्त दिले बेरहम का अर्थ है– मुफ्त मिले पैसे को खर्च करने में ममता न होना

134. उद्योगिनं पुरुषसिंहनुपैति लक्ष्मी का अर्थ है– उद्योगी को ही धन मिलता है

135. काबुल में क्या गदहे नहीं होते का अर्थ है– अच्छे-बुरे सभी जगह हैं

136. मार-मार कर हकीम बनाना का अर्थ है– जबरदस्ती आगे बढाना

137. आगे कुआँ, पीछे खाई का अर्थ है– हर तरफ हानि का आशंका

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