कीबोर्ड ( Keyboard ) कीबोर्ड एक प्रकार की मुख्य इनपुट डिवाइस है । कीबोर्ड का प्रयोग कम्प्यूटर को अक्षर और अंकीय रूप में डेटा और सूचना देने के लिए करते हैं । कीबोर्ड एक सामान्य टाइपराइटर की तरह दिखता है , किन्तु इसमें टाइपराइटर की अपेक्षा कुछ ज्यादा कुंजियाँ ( Keys ) होती हैं ।
जब कोई कुंजी कोबोर्ड पर दबाई जाती है तो कीबोर्ड , कीबोर्ड कण्ट्रोलर और कीबोर्ड बफर से सम्पर्क करता है । कीबोर्ड कण्ट्रोलर , दबाई गई कुंजी के कोड को कीबोर्ड बफर में स्टोर करता है और बफर में स्टोर कोड सी पी यू के पास भेजा जाता है । सी पी यू इस कोड को प्रोसेस करने के बाद इसे आउटपुट डिवाइस पर प्रदर्शित करता है ।
कुछ विभिन्न प्रकार के कीबोर्ड जैसे कि QWERTY , DVORAK और AZERTY मुख्य रूप से प्रयोग किए जाते हैं ।
कीबोर्ड में कुंजियों के प्रकार ( Types of Keys on Keyboard )
कीबोर्ड में निम्न प्रकार की कुंजियाँ होती हैं
( i ) अक्षरांकीय कुंजियाँ ( Alphanumeric Keys ) इसके अन्तर्गत अक्षर कुंजियाँ ( A , B ……. Z , a , b , c , …… , z ) और अंकीय कुंजियाँ ( 0 , 1 , 2 , …. , 9 ) आती हैं ।
( ii ) अंकीय कुंजियाँ ( Numeric Keys ) ये कुंजियाँ कीबोर्ड पर दाएँ तरफ होती हैं । ये कुंजियाँ अंको ( 0 , 1 , 2 , …, 9 ) और गणितीय ऑपरेटरों ( Mathematical operators ) से मिलकर बनी होती है ।
( iii ) फंक्शन कुंजियाँ ( Function Keys ) इन्हें प्रोग्रामेबल कुंजियाँ भी कहते हैं । इनके द्वारा कम्प्यूटर से कुछ विशिष्ट कार्य करवाने के लिए निर्देश दिया जाता है । ये कुंजियाँ अक्षरांकीय कुंजियों के ऊपर Fl , F2, … , F12 से प्रदर्शित की जाती हैं ।
( iv ) कर्सर कण्ट्रोल कुंजियाँ ( Cursor Control Keys ) इसके अन्तर्गत चार तीर के निशान वाली कुंजियाँ आती हैं जो चार दिशाओं ( दाएँ , बाएँ , ऊपर , नीचे ) को दर्शाती हैं ।
ये कुंजियाँ अक्षरांकीय कुंजियों और अंकीय कुंजियों के मध्य उल्टे T आकार में व्यवस्थित होती हैं , इनका प्रयोग कर्सर को ऊपर , नीचे , दाएँ या बाएँ ले जाने के लिए करते हैं । इन चारों कुंजियों के अतिरिक्त चार कुंजियाँ और होती हैं , जिनका प्रयोग कर्सर को कण्ट्रोल करने के लिए करते हैं । ये कुंजियाँ निम्न हैं
( a ) होम ( Home ) इसका प्रयोग लाइन के प्रारम्भ में या डाक्यूमेण्ट के प्रारम्भ में कर्सर को वापस भेजने के लिए करते हैं ।
( b ) एण्ड ( End ) इसका प्रयोग कर्सर को लाइन के अन्त में भेजने के लिए करते हैं ।
( c ) पेज अप ( Page Up ) जब इस कुंजी को दबाया जाता है तो पेज का व्यू ( View ) एक पेज ऊपर हो जाता है और कर्सर पिछले पेज पर चला जाता है ।
( d ) पेज डाउन ( Page Down ) जब ये कुंजी दबाई जाती है तो पेज का व्यू एक पेज नीचे हो जाता है और कर्सर अगले पेज पर चला जाता है ।
कीबोर्ड की अन्य कुंजियाँ
अन्य कुंजियाँ निम्नलिखित हैं
- कण्ट्रोल कुंजियाँ ( Control Keys – Ctrl ) ये कुंजियाँ , अन्य कुंजियों के साथ मिलकर किसी विशेष कार्य को करने के लिए प्रयोग की जाती हैं । जैसे Ctrl + S डॉक्यूमेण्ट को सुरक्षित करने के लिए प्रयोग होती हैं ।
- एण्टर कुंजी ( Enter Key ) इसे कीबोर्ड की मुख्य कुंजी भी कहते हैं । इसका प्रयोग उपयोगकर्ता द्वारा टाइप किए गए निर्देश को कम्प्यूटर को भेजने के लिए किया जाता है । एण्टर कुंजी टाइप करने के बाद निर्देश कम्प्यूटर के पास जाता है और निर्देश के अनुसार कम्प्यूटर आगे का कार्य करता है ।
- शिफ्ट कुंजी ( Shift Keys ) कीबोर्ड में कुछ कुंजी ऐसी होती हैं , जिनमें ऊपर – नीचे दो संकेत छपे होते हैं । उनमें से ऊपर के संकेत को टाइप करने के लिए उसे शिफ्ट कुंजी के साथ दबाते हैं । इसे कॉम्बीनेशन – की भी कहा जाता है ।
- एस्केप कुंजी ( Escape Key ) इसका प्रयोग किसी भी कार्य को समाप्त करने या बीच में रोकने के लिए करते हैं । यदि Ctrl Key दबाए हुए , एस्केप कुंजी दबाते हैं तो यह स्टार्ट मेन्यू ( Start Menu ) को खोलता हैं ।
- बैक स्पेस कुंजी ( Back Space Keys ) इसका प्रयोग टाइप किए गए डेटा या सूचना को समाप्त करने के लिए करते हैं। यह डेटा को दाएँ से बाएँ दिशा की ओर समाप्त करता है ।
- डिलीट कुंजी ( Delete Keys ) इस कुंजी का प्रयोग कम्प्यूटर की मेमोरी से सूचना और स्क्रीन से अक्षर को समाप्त करने के लिए करते हैं । किन्तु यदि इसे शिफ्ट की के साथ दबाते हैं तो चुनी हुई फाइल कम्प्यूटर की मेमोरी से स्थायी रूप से समाप्त हो जाती हैं ।
- कैप्स लॉक कुंजी ( Caps Lock Key ) इसका प्रयोग वर्णमाला ( Alphabet ) को बड़े अक्षरों ( Capital letters ) में टाइप करने के लिए करते हैं । जब ये की सक्रिय ( Enable ) होती है तो बड़े अक्षर में टाइप होता हैं । यदि यह कुंजी निष्क्रिय ( Disable ) होती है तो छोटे अक्षर ( Small Letter ) में टाइप होता है ।
- स्पेसबार कुंजी ( Spacebar Key ) इसका प्रयोग दो शब्दों या अक्षरों के बीच स्पेस बनाने या बढ़ाने के लिए किया जाता है । यह कीबोर्ड की सबसे लम्बी कुंजी होती हैं ।
- नम लॉक की ( Num Lock Key ) इसका उपयोग सांख्यिक की – पैड ( Numeric Key pad ) को सक्रिय या निष्क्रिय करने के लिए किया जाता है । यदि ये कुंजी सक्रिय होती है तो अंक टाइप होता है और यदि ये कुंजी निष्क्रिय होती है तो अंक टाइप नहीं होता है।
- विण्डो कुंजी ( Window Key ) इसका प्रयोग स्टार्ट मेन्यू को खोलने के लिए करते हैं ।
- टैब कुंजी ( Tab Key ) इसका प्रयोग कर्सर को एक बार में पाँच स्थान आगे ले जाने के लिए किया जाता है । कर्सर को पुनः पाँच स्थान वापस लाने के लिए टैब कुंजी को शिफ्ट कुंजी के साथ दबाया जाता है । इसका प्रयोग पैराग्राफ इण्डेंट करने के लिए भी किया जाता है ।
- एण्टर कुंजी ( Enter Key ) ओके बटन ( OK Button ) दबाने का एक वैकल्पिक ( Alternative ) तरीका है ।
- शिफ्ट कुंजी ( Shift Key ) इस कुंजी ( Key ) को दूसरी कुंजियों के साथ प्रयोग किया जाता है , इसलिए इसे संयोजन कुंजी ( Combination ) भी कहते हैं ।
- कैप्स लॉक ( Caps Lock ) और नम लॉक ( Num Lock ) को टोगल कुंजी ( Toggle Keys ) कहते हैं क्योंकि जब ये दबाए जाते हैं तो इनकी अवस्थाएँ ( States ) परिवर्तित होती रहती हैं ।
- QWERTY कीबोर्ड में कुल 104 कुँजी होती हैं ।
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