फर्जी वेबसाइट और ई-मेल को पहचाने के 3 आसान तरीके (3 easy ways to spot fake websites and e-mails)

ऑनलाइन ठगी के बारे में तो आप सभी ने सुना ही होगा और नही सुना है तो आज ही सावधान हो जाइए । न जाने कितनी फर्जी वेबसाइटों पर आपकी निजी जानकारी चोरी हो रही है ।

लॉकडाउन के दौरान भारत में ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। हाल ही महाराष्ट्र के साइबर सेल ने एक अलर्ट जारी किया था, जिसमें लोगों से Mont Blanc नामक कंपनी की तरफ से आए मैसेज या ई-मेल पर क्लिक न करने की अपील की थी।

आपको बता दें कि माउंट ब्लैंक दुनिया की मशहूर पेन निर्माता कंपनी है और इस कंपनी के पेन की कीमत लाखों में होती है।

हैकर्स ने इस कंपनी के नाम का फायदा उठाकर लोगों को जमकर ठगा है। तो ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आखिर फर्जी वेबसाइट और ई-मेल या मैसेज की पहचान कैसे की जाएं। आइए जानते हैं…

Table Of Contents(TOC)

फर्जी वेबसाइट और ई-मेल को पहचाने के 4 आसान तरीके (4 easy ways to spot fake websites and e-mails)

फर्जी वेबसाइट और ईमेल को कैसे पहचाने- शब्दों पर दें ध्यान

  • किसी भी ई-मेल और वेबसाइट को खोलने से पहले उस पर लिखे गए टेक्स्ट की स्पेलिंग चेक करें।
  • आमतौर पर फर्जी ई-मेल और साइट पर शब्दों की स्पेलिंग गलत लिखी होती हैं।
  • साथ ही ग्रामर की भी कई सारी गलतियां होती हैं। वहीं, रियल साइट और ई-मेल में इस तरह की गलती नहीं होती है।
See also  नीति आयोग क्या है? NITI Aayog की पृष्ठभूमि, उद्देश्य और गठन प्रक्रिया जानिए। full information

1. हैकर्स कैसे लोगों की जानकारी चुरा कर चुना लगाते हैं

  • अक्सर हैकर्स दुनिया की मशहूर कंपनियों के नाम का सहारा लेकर लोगों को ठगने का प्रयास करते रहते हैं।
  • अगर ऐसे में आपके पास भी किसी कंपनी की तरफ ई-मेल या फिर मैसेज आया है, तो उसमें दिए गए लिंक पर भूलकर भी क्लिक न करें। 
  • आपको बता दें कि कंपनियां लोगों को सीधा ई-मेल या मैसेज नहीं भेजती हैं।

2. फर्जी वेबसाइट और ईमेल को पहचानने के लिए यूआरएल की करें जांच

  • फर्जी साइट और ई-मेल को पहचानने का एक तरीका यह भी है। किसी भी मेल में आए लिंक को खोलने से पहले उस पर माउस लें जाएं।
  • अब आपको पॉपअप के रूप में असली यूआरएल और हाइपरलिंक दिखेगा। इससे आप फर्जी वेबसाइट की पहचान कर पाएंगे।
  • मोबाइल फोन यूजर्स लिंक पर कुछ समय तक उंगली रखे इससे लिंक सेलेक्ट हो जाएगी। लिंक कॉपी करके किसी नोट ऐप्प में पेस्ट करें और यूआरएल की जांच करें ।

3. यदि आपको सक हो जाये तो निजी जानकारी साझा न करें

  • कई बार हैकर्स मशहूर कंपनियों के नाम का सहारा लेकर ठगने के उद्देश्य से ई-मेल या फिर मैसेज भेजते हैं। ऐसे में सतर्क हो जाएं। 
  • किसी भी सूरत में अपना पासवर्ड, पर्सनल डाटा और डेबिड या क्रेडिट कार्ड की जानकारी न दें। इससे आप अपने आप को ठगी से बचा सकेंगे।

Originally posted 2021-10-09 20:25:00.

Sharing Is Caring:

Hello friends, I am Ashok Nayak, the Author & Founder of this website blog, I have completed my post-graduation (M.sc mathematics) in 2022 from Madhya Pradesh. I enjoy learning and teaching things related to new education and technology. I request you to keep supporting us like this and we will keep providing new information for you. #We Support DIGITAL INDIA.

Leave a Comment